ओला इलेक्ट्रिक का IPO पहले ही दिन 28% भरा, रिटेल हिस्से का पूर्ण बुकिंग

ओला इलेक्ट्रिक का IPO पहले ही दिन 28% भरा, रिटेल हिस्से का पूर्ण बुकिंग

ओला इलेक्ट्रिक का IPO: पहले ही दिन में भरी सफलता

ओला इलेक्ट्रिक, जो कि भारत में अग्रणी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी है, ने अपने आरंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) के पहले ही दिन जबरदस्त प्रतिक्रिया हासिल की है। कंपनी के IPO को 28% सब्सक्रिप्शन मिल चुका है, जबकि रिटेल हिस्से की पूर्ण बुकिंग हो गई है। यह संकेत देता है कि व्यक्तिगत निवेशकों का उत्साह कंपनी के प्रति कितना गहरा है।

ओला इलेक्ट्रिक का यह IPO ₹2,000 करोड़ जुटाने का लक्ष्य रखता है, जिसे लगभग $250 मिलियन USD के बराबर माना जा सकता है। प्रति शेयर की कीमत ₹500 से ₹550 के बीच निर्धारित की गई है, जिससे कंपनी का कुल मूल्यांकन ₹60,000 करोड़, या लगभग $7.5 बिलियन USD तक पहुंच सकता है। यह न केवल ओला इलेक्ट्रिक के लिए बल्कि पूरे भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है।

ओला इलेक्ट्रिक की स्थापना और विकास

भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों के बढ़ते महत्व को देखते हुए, ओला इलेक्ट्रिक ने अपनी स्थापना के बाद से ही उन्नति के नए आयाम छुए हैं। कंपनी की स्थापना भाविश अग्रवाल ने की थी, जिन्होंने कंपनी को भारतीय बाजार में अग्रणी बनाने के लिए अनवरत प्रयास किए हैं। ओला इलेक्ट्रिक ने अपनी उन्नत तकनीक और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के साथ बाज़ार में अपनी एक मजबूत पहचान बनाई है।

कंपनी ने कई उत्तम टेक्नोलॉजीज का उपयोग करते हुए अपने वाहनों का निर्माण किया है, जो कि न केवल पर्यावरण को संरक्षित कर रहे हैं बल्कि ग्राहकों को भी संतुष्ट कर रहे हैं। हाल ही में जारी IPO में भी यह देखा गया है कि निवेशकों का विश्वास और उनकी अपेक्षाएँ कंपनी से काफी जुड़ी हुई हैं।

IPO के प्रति निवेशकों की प्रतिक्रिया

IPO के पहले दिन के सब्सक्रिप्शन डेटा से यह स्पष्ट होता है कि कंपनी के प्रति निवेशकों का विश्वास अडिग है। रिटेल हिस्से की पूर्ण बुकिंग निस्संदेह यह दर्शाती है कि खुदरा निवेशकों ने कंपनी के भविष्य की समृद्ध संभावनाओं पर उच्च विश्वास व्यक्त किया है। इसके विपरीत, योग्य संस्थागत खरीदार (QIB) खंड ने मध्यम प्रतिक्रिया दिखाई है जबकि गैर-संस्थागत निवेशक (NII) खंड ने भी रुचि दर्शाई है।

वित्तीय विश्लेषकों का मानना है कि इसके पीछे का कारण इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र का बढ़ता महत्व है। हाल के वर्षों में, भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग में विस्फोटक वृद्धि हुई है। सरकार की नीतियों और प्रोत्साहनों ने भी इस सेक्टर को बढ़ावा दिया है।

भारत में इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र: आगे की राह

भारत में इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र: आगे की राह

सरकार की योजनाओं और सार्वजनिक जागरूकता अभियान ने इलेक्ट्रिक वाहनों को तेजी से अपनाया है। ओला इलेक्ट्रिक जैसी कंपनियों ने इसका लाभ उठाते हुए अपने उत्पादों की मांग को समय के अनुरूप बढ़ाया है। आने वाले समय में, कंपनी का उद्देश्य न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने विस्तार पर ध्यान केंद्रित करना है।

अगस्त 6, 2024 तक चलने वाला यह IPO ओला इलेक्ट्रिक के भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है। कंपनी का लक्ष्य अपने संचालन का और विस्तार करना है, जिससे कि और अधिक ग्राहकों और बाजारों तक पहुंच बनाई जा सके।

अवलोकन के अनुसार, यदि यह IPO सफल होता है, तो यह अन्य कंपनियों के लिए भी एक उदाहरण स्थापित कर सकता है, जो इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र में प्रवेश करने की इच्छा रखती हैं। बाजार के विश्लेषकों का मानना है कि ओला इलेक्ट्रिक का यह कदम, भारत के इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के विकास में मील का पत्थर साबित हो सकता है।

अंततः, ओला इलेक्ट्रिक का IPO केवल कंपनी के लिए ही नहीं, बल्कि निवेशकों और पूरे उद्योग के लिए नवीन संभावनाओं का द्वार खोल सकता है। जैसे-जैसे दिन बीतते जाएंगे, यह देखना दिलचस्प होगा कि निवेशकों की और कैसी प्रतिक्रियाएं सामने आती हैं और यह IPO कितना सफल होता है।

टिप्पणि (5)

  1. Rajesh Dadaluch
    Rajesh Dadaluch
    4 अग॰, 2024 AT 04:31 पूर्वाह्न

    रिटेल भर गया, बस।

  2. Keshav Kothari
    Keshav Kothari
    5 अग॰, 2024 AT 17:25 अपराह्न

    28% सब्सक्रिप्शन? अरे भाई, ये तो बस फेक डिमांड है। रिटेल भर गया तो क्या हुआ? QIB ने तो बस 12% ही खरीदा। ये IPO तो बिल्कुल गर्म हवा में बना हुआ घर है। ओला इलेक्ट्रिक के फाइनेंशियल्स देखो, उनका कैपिटल एक्सपेंडिचर रेवेन्यू से दोगुना है। इनके पास तो बिल्कुल भी कैश फ्लो नहीं है। ये लोग तो बस निवेशकों का धोखा दे रहे हैं।

    और हाँ, जो लोग कह रहे हैं 'इलेक्ट्रिक वाहन भविष्य है' - बस ये बातें करो, लेकिन जब तक चार्जिंग स्टेशन नहीं बनेंगे, तब तक ये सब बकवास है। मैंने अपना बाइक बेच दिया था, अब दो महीने तक चार्जर ढूंढ रहा हूँ। कौन बनाएगा इंफ्रास्ट्रक्चर? न तो सरकार, न ओला।

  3. Pratyush Kumar
    Pratyush Kumar
    7 अग॰, 2024 AT 07:38 पूर्वाह्न

    अच्छा हुआ कि रिटेल ने इतना भर दिया। लेकिन ये जो बातें हो रही हैं, वो दो तरफ से हैं।

    एक तरफ ओला इलेक्ट्रिक ने अच्छा काम किया - बहुत सारे युवा इंजीनियर्स को रोजगार दिया, देश में इलेक्ट्रिक वाहन की सोच को बदला। दूसरी तरफ, जो लोग इसे बस एक 'स्टॉक फ्लैश' समझ रहे हैं, वो भी ठीक नहीं।

    मैंने अपने भाई को बताया था - अगर तुम चाहते हो कि भारत इलेक्ट्रिक हो, तो इन्हीं कंपनियों को सपोर्ट करो। चार्जिंग स्टेशन नहीं हैं? तो लोगों को बताओ, सरकार को दबाओ। ये IPO बस एक शुरुआत है।

    और हाँ, जो लोग कहते हैं 'ओला तो टैक्सी वालों का नाम है' - अरे भाई, ये अलग कंपनी है। ओला टैक्सी और ओला इलेक्ट्रिक दो अलग चीजें हैं। एक ने टैक्सी बेची, दूसरी ने बाइक बनाई। इसे भूल जाओ।

  4. nishath fathima
    nishath fathima
    8 अग॰, 2024 AT 05:40 पूर्वाह्न

    यह बहुत गलत है। निवेशकों को धोखा दिया जा रहा है। यह एक व्यावसायिक जुआ है जिसमें छोटे लोगों का पैसा लिया जा रहा है। यह नियमों के खिलाफ है। ऐसी कंपनियों को निवेश के लिए अनुमति नहीं देनी चाहिए। यह नैतिक रूप से गलत है। भारत की आर्थिक विकास के लिए यह एक खतरनाक नमूना है।

  5. DHEER KOTHARI
    DHEER KOTHARI
    9 अग॰, 2024 AT 23:00 अपराह्न

    वाह यार! 🎉 रिटेल भर गया तो बहुत बढ़िया! ओला इलेक्ट्रिक के लिए बहुत बधाई! 💪

    मैंने भी अपना बाइक बदल दिया - ओला स्प्रिंट ले लिया, और अब बिल्कुल फ्री में चल रहा हूँ! 🚲⚡ बिजली का बिल भी कम है, और बाइक का रंग तो बहुत जबरदस्त है!

    हाँ, चार्जिंग स्टेशन थोड़े कम हैं, लेकिन धीरे-धीरे बढ़ेंगे। जैसे-जैसे ज्यादा लोग इलेक्ट्रिक लेंगे, वैसे-वैसे बनेंगे। ये तो बस शुरुआत है! 🌱

    कोई नकारात्मक बात नहीं बोलो, अब तो हम सब मिलकर इस भविष्य को बनाएंगे। जय हिंद! 🇮🇳❤️

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