Lord’s में बारिश के बाद इंग्लैंड महिला टीम ने भारत को 8 विकेट से हराया, श्रृंखला 1-1 बराबर

Lord’s में बारिश के बाद इंग्लैंड महिला टीम ने भारत को 8 विकेट से हराया, श्रृंखला 1-1 बराबर

मैच की मुख्य घटनाएँ

Lord’s के लुजत्रस मैदान पर 19 जुलाई को इंग्लैंड महिला क्रिकेट टीम ने भारत महिला को 8 विकेट से हराया, जिससे तीन मैचों की श्रृंखला 1‑1 बराबर हो गई। शुरुआती ओवरों में हल्की बारिश ने खेल के क्रम को बाधित किया, इसलिए द्वितीय ODI में डकिंग‐लॉस सिस्टम (DLS) लागू किया गया। भारत ने 29 ओवर में 143 रन बनाकर सभी विकेट खो दिए।

भारत की स्थापित बल्लेबाज़ी क्रम में स्मृति मंडाना ने 51 गेंदों में 42 रन बनाकर टॉप स्कोर किया, जबकि दीपती शर्मा ने 34 गेंदों में 30 रन जोड़े। दोनों के अलावा, कोई भी भारतीय बल्लेबाज़ 20 से ऊपर नहीं पहुंच पाया, जिससे कुल 143 का लक्ष्य बन गया।

इंग्लैंड की गेंदबाजी ने इस पर बेहतरीन दबाव बनाया। सोफ़ी एक्लस्टोन ने अपने 6 ओवर में 3 विकेट लिये और केवल 27 रन दिये, जिससे उन्हें England Women का प्लेयर ऑफ द मैच शीर्षक मिला। एम एरलॉट ने भी 2 विकेट लिये, 6 ओवर में 26 रन देकर आर्थिक गेंदबाजी की। कप्तान नैट स्किवर‑ब्रंट ने बाद में कहा, "हमारी बॉलर्स ने अपने प्लान खुद बना लिये और फील्ड प्लेसमेंट में हमारी मदद की।"

लॉजिकल टॉस जीतने के बाद इंग्लैंड ने फील्डिंग चुन ली, जिससे भारत को कम स्कोर पर सीमित किया गया। इस फैसले ने बाद में मैच का रुख बदल दिया।

इंग्लैंड का लक्ष्य पीछा

इंग्लैंड का लक्ष्य पीछा

DLS के तहत इंग्लैंड को 117 रन का लक्ष्य 21 ओवर में मिला। ओपनर एमी जोन्स ने 57 गेंदों में 46* बनाकर टीम को सुदृढ़ शुरुआत दी। टेमी ब्यूटॉन ने तेज़ी से 35 गेंदों में 34 रन जोड़े, जिससे स्कोर 116/2 पर 21वें ओवर में पहुँचा। इस तेज़ चेज़ ने भारत की गेंदबाज़ी को निराश कर दिया और इंग्लैंड ने लक्ष्य से एक रन अधिक हासिल कर जीत पक्की की।

इंग्लैंड की ओपनर शॉट्स ने नई गेंद की अवधि को बहुत प्रभावी ढंग से संभाला, जिससे भारतीय बॉलर्स को उचित लंबाई नहीं मिल पाई। कप्तान ने यह भी कहा कि पिछले मैचों की तुलना में इस बार बॉलर्स ने लंबाई और लाइन दोनों में सुधार किया, जिससे भारतीय बल्लेबाज़ी कठिन हो गई।

अब श्रृंखला का तिसरा और अंतिम ODI दोनों तरफ़ से जीत की संभावना लेकर आएगा। दोनों टीमों के पास एक-एक जीत है, इसलिए यह मैच सीरीज़ के विजेता का निर्धारण करेगा। भारतीय पक्ष को अपनी बॉलिंग में और सुधार दिखाना होगा, जबकि इंग्लैंड को निरंतरता बनाए रखनी होगी।