टीवी की दुनिया में नई जंग: Zee Anmol बनाम Colors
भारतीय टेलीविजन इंडस्ट्री में TRP को लेकर जंग काफी दिलचस्प हो गई है। कभी दूरदर्शन का दौर था, अब Zee Anmol और Colors जैसी निजी कंपनियां अलग-अलग दर्शकों के दिलों को जीत रही हैं। दर्शकों के हिसाब से दोनों की रणनीति में जमीन-आसमान का फर्क दिखता है।
अगर आप छोटे शहर या गांव से आते हैं तो Zee Anmol का नाम आपने जरूर सुना होगा। यह चैनल फ्री-टू-एयर (FTA) broadcasting के चलते उन लोगों में खासा लोकप्रिय है, जो महंगे सब्सक्रिप्शन या नए शोज़ पर खर्च नहीं करना चाहते। Zee Anmol की खासियत है कि ये पुराने लेकिन हिट सीरियल्स की दोबारा ब्रॉडकास्टिंग करता है—यहीं से इसे अपनी सबसे बड़ी ताकत मिलती है। गांव-देहात में जहां डिश या सेट-टॉप बॉक्स भी हर जगह नहीं पहुंचा, वहां लोग सस्ते, आसानी से उपलब्ध चैनल्स की ओर झुकते हैं और Zee Anmol उन्हीं की पहली पसंद बन जाता है।
दूसरी तरफ, आप शहर में रहते हैं तो टीवी देखने का अंदाज अलग है। शहरी दर्शक नए, ग्लैमरस, हाई प्रोडक्शन वैल्यू वाले शोज़ चाहते हैं। Colors यही करता है—यहां 'नागिन', 'बिग बॉस', 'उड़ारियां' जैसे शोज़ हर हफ्ते टॉप पर रहते हैं। खासकर 'नागिन' नाम का शो कुछ सीजन से लगातार नंबर-1 की रेटिंग लाता रहा है। शहरी दर्शक एक्सपेरिमेंटल और एंटरटेनिंग कंटेंट पसंद करते हैं, लिहाजा Colors लगातार नए फॉर्मेट पर दांव लगाता है।
रणनीतियों का फर्क और TRP की रेस
Zee Anmol का फोकस पूरा का पूरा उस वर्ग पर है जिसे कॉन्टेंट चाहिए तो लेकिन, जेब से पैसे नहीं खर्चना। रीजनल कन्टेन्ट, पारिवारिक ड्रामे और पुराने फेमस शोज़… ये सब बिना किसी चार्ज के मिलते हैं। ग्रामीण मार्केट में जिन घरों में आज भी एक-दो चैनल ही चलते हैं, वहां Zee Anmol का बोलबाला है। कई बार यह चैनल Sony Pal, Star Utsav जैसे बड़े नामों को भी पीछे छोड़ देता है।
इसके ठीक उलट Colors का दांव शहरी और प्रीमियम दर्शकों पर है। यहां लगातार नए शोज़ बनाए जाते हैं, जिनमें कहानी, एक्टिंग और प्रोडक्शन सब हाई स्टैंडर्ड का रहता है। मार्केट में बने रहने के लिए Colors लगभग हर हफ्ते कुछ न कुछ नया लेकर आता है—यही वजह है कि हर शहर में इसके दर्शक कट्टर फॉलोवर बन चुके हैं।
टीवी देखने की आदतें बदल रही हैं। गांव का दर्शक आज भी टीवी पर फ्री कंटेंट चाहता है, जबकि शहर का दर्शक ओटीटी या टेलीविजन दोनों पर प्रीमियम कन्टेन्ट के लिए तैयार बैठा है। यही कारण है कि Zee Anmol और Colors की जंग सिर्फ चैनल की नहीं, बल्कि दो अलग सोच, दो अलग मार्केट और दो अलग समाज की है।
अब TRP की रेस में कौन आगे निकलेगा, ये इस बात पर निर्भर करेगा कि कौन अपने-अपने दर्शकों की बदलती पसंद को पहले समझ लेता है। लेकिन एक बात तो तय है—टीवी की ये नई जंग आने वाले वक्त में और भी दिलचस्प होने वाली है।
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