RBSE राजस्थान 10वीं रिजल्ट 2024: लड़कियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) ने वर्ष 2024 की 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम की घोषणा कर दी है। परिणाम बोर्ड प्रशासक महेश चंद शर्मा द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषित किए गए। इस वर्ष 10वीं की परीक्षा में कुल 10,60,751 छात्रों ने पंजीकरण कराया था, जिसमें से 10,39,895 छात्रों ने परीक्षा दी। इन छात्रों में से 9,67,392 छात्र सफल हुए और कुल पास प्रतिशत 93% रहा।
इस वर्ष की परीक्षा में बूँदी जिले की निधि जैन ने 598 में से 600 अंक हासिल कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। निधि की इस सफलता ने राज्य में उनके परिवार और स्कूल को गर्व का अनुभव कराया है। उनका कहना है कि निरंतर अभ्यास और अध्यापकों की मदद से यह परिणाम संभव हो पाया।
लड़कियों का बेहतरीन प्रदर्शन
रिजल्ट के आंकड़ों के अनुसार, लड़कियों ने इस वर्ष लड़कों से बेहतर प्रदर्शन किया। लड़कियों का पास प्रतिशत 93.46% रहा जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 92.64% रहा। यह प्रगति यह दर्शाती है कि लड़कियों की शिक्षा पर ध्यान दिए जाने के कारण उनकी प्रतिभा उभर रही है और वे शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रही हैं।
झुंझुनू जिले ने भी टॉप-पर्फॉर्मिंग जिले के रूप में उभर कर सामने आया है, जहां का कुल पास प्रतिशत 97.74% रहा। इस उपलब्धि ने जिले के शिक्षा स्तर को नए मुकाम पर पहुँचा दिया है।
संख्या और प्रतिशत
इस वर्ष की परीक्षा में कुल 10,60,751 छात्रों ने पंजीकरण कराया था जिनमें से 10,39,895 छात्रों ने परीक्षा दी। परीक्षा में शामिल हुए छात्रों में से 9,67,392 छात्र सफल हुए। नीचे दिए गए आंकड़ों में विस्तृत विवरण है:
| कुल पंजीकरण | 10,60,751 |
|---|---|
| परीक्षा दी | 10,39,895 |
| कुल उत्तीर्ण | 9,67,392 |
| लड़कियों का पास प्रतिशत | 93.46% |
| लड़कों का पास प्रतिशत | 92.64% |
छात्रों के लिए अपने परिणाम देखने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कदम RBSE की आधिकारिक वेबसाइट rajeduboard.rajasthan.gov.in पर जाकर अपना रोल नंबर दर्ज करना है। वेबसाइट पर परिणाम देखने की सुविधा उपलब्ध है और छात्रों को अपने परिणाम आसानी से मिल जाएंगे।
भविष्य की योजनाएं और प्रेरणा
निधि जैन, जिन्होंने इस वर्ष की परीक्षा में टॉप किया है, ने अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में भी बताया। उनका कहना है कि वे उच्चशिक्षा के लिए मेडिकल क्षेत्र में जाना चाहती हैं और कोचिंग क्लासेस भी जॉइन करने की योजना बना रही हैं। उनकी यह सफलता अन्य छात्रों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बन गई है।
इस वर्ष के परिणामों में जो खास बात सामने आई है, वह यह है कि लड़कियां अलग-अलग क्षेत्रों में तेजी से प्रगति कर रही हैं और उनकी शिक्षा का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। इस दिशा में सरकार और समाज की ओर से और अधिक सहारा और प्रोत्साहन की आवश्यकता है ताकि वे अपनी पूरी क्षमता को प्राप्त कर सकें।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर राज्य के शिक्षा मंत्री का बयान
राजस्थान के शिक्षा मंत्री ने भी इस महत्वपूर्ण अवसर पर बयान दिया। उन्होंने सभी सफल छात्रों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि यह सफलता केवल छात्रों की मेहनत का ही परिणाम नहीं है, बल्कि उनके माता-पिता, शिक्षकों और स्कूल प्रशासन की भी बड़ी भूमिका है।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार राज्य में शिक्षा के स्तर को और ऊंचा उठाने के लिए निरंतर कोशिश कर रही है और आने वाले समय में और भी सुधार और नई योजनाओं को लागू किया जाएगा ताकि छात्र और भी अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकें।
टिप्पणि (5)
Nagesh Yerunkar
ये सब आंकड़े तो बहुत अच्छे हैं, लेकिन असली सवाल ये है कि इतने अच्छे परिणाम आने के बाद भी हमारे स्कूलों में टीचर्स की भर्ती नहीं हो रही। बोर्ड तो बस रिपोर्ट बनाता है, लेकिन बच्चों की असली जरूरतें किसी को फर्क नहीं पड़ता। 😔
Daxesh Patel
लड़कियों का पास प्रतिशत 93.46% है? वाह! पर इसका मतलब ये नहीं कि लड़कों की मेहनत कम है। मैंने अपने गाँव में एक लड़का देखा जिसने 595/600 किया और उसके पास कोई कोचिंग नहीं थी। सिर्फ एक टीचर और 3 बुक्स। असली कहानी यही है, न कि सिर्फ प्रतिशत। 📚
Jinky Palitang
निधि जैन ने 600/600 किया? वाह बिल्कुल बेहतरीन! मैंने भी 10वीं में 597 किया था, और मेरे पापा ने तो घर पर एक टॉर्च लगा दी थी ताकि रात को भी पढ़ सकूँ 😅 अब मैं इंजीनियरिंग कर रही हूँ। बस ये याद रखो - पढ़ाई में लगन हो तो लिंग नहीं देखता। 💪
Sandeep Kashyap
ये जो लड़कियाँ आज टॉप कर रही हैं, वो सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक नई उम्मीद लेकर आ रही हैं! मैं अपने छोटे भाई को बताता हूँ - देख ले ये लड़कियाँ, जिन्होंने अपने घर की दीवारों पर भी पढ़ाई की, जिनके पास न तो इंटरनेट था न ही लैपटॉप, फिर भी वो टॉप कर गईं। ये जीत हम सबकी है। इस देश का भविष्य यहीं से बन रहा है। 🙌❤️
Aashna Chakravarty
अरे ये सब झूठ है! बोर्ड ने आंकड़े फेक किए हैं। तुम्हें पता है कि राजस्थान में कितने स्कूलों में टीचर्स नहीं हैं? लेकिन अचानक से 93% पास? ये सब जनता को धोखा देने के लिए है। मैंने अपने कजिन को देखा है - उसने परीक्षा दी लेकिन रिजल्ट नहीं आया। बोर्ड ने उसका नाम हटा दिया। ये सब राजनीति है। और जिन लड़कियों का नाम आया है, वो सब बिल्कुल अज्ञात हैं - कोई उनका फोटो नहीं दिखाता! ये फेक न्यूज़ है। अगर तुम वाकई पढ़ना चाहते हो तो राजस्थान के किसी गाँव में जाओ - वहाँ बच्चे अभी भी बिना किताब के पढ़ते हैं।