प्रतियोगिता का आयोजन और शुरुआत
संबल जिले के जंता इंटर कॉलेज, जुनवाई में हाल ही में जिला‑स्तर कबड्डी टूरनामेंट का आयोजन किया गया। आठ विभिन्न कॉलेज कॉम्प्लेक्सों ने इस इवेंट में भाग लिया, जहाँ जूनियर, सब‑जूनियर और सीनियर वर्गों के लड़के‑लड़कियां मुकाबला करने आए। पूर्व प्रधानाचार्य लखपत सिंह ने उद्घाटन समारोह को संबोधित कर खेल के महत्व पर ज़ोर दिया और खिलाड़ियों को उत्साहवर्धक शब्दों से प्रेरित किया।
इवेंट में प्रमुख शैक्षणिक अधिकारियों जैसे मदु कुमार आर्य, राजाराम यादव, और कई शारीरिक शिक्षा विशेषज्ञों ने भी उपस्थिति दर्ज करवाई। उन्होंने प्रतियोगिता के दौरान कठिनाईयों को पार करने और टीम वर्क के मूल्य को समझाने के लिए प्रेरक बातें कही।
Junawi टीम की जीत और प्रदर्शन
टूरनामेंट के कई मैचों में Junawi टीम ने उत्कृष्ट खेल दिखाया, खासकर युवा वर्गों में उनका दबदबा साफ़ था। सीनियर बॉयज़ में बैब्राला कॉम्प्लेक्स ने कड़ी टक्कर के बाद जीत हासिल की, लेकिन जूनियर बॉयज़ में जुनवाई ने उसी बैब्राला को हाराकर अपनी मजबूत पकड़ बनायी। सब‑जूनियर बॉयज़ में भी वही परिणाम रहा – जुनवाई ने बैब्राला को हराकर खिताब अपने नाम किया।
छात्राओं के मैचों में भी जुनवाई की टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। सीनियर गर्ल्स में चंदौसी कॉम्प्लेक्स ने बैब्राला को चीर कर जीत दर्ज की, परन्तु जूनियर और सब‑जूनियर गर्ल्स में जुनवाई ने लगातार बैब्राला को पीठ थपथपाते हुए जीत हासिल की। इस प्रकार, युवा वर्गों में जुनवाई ने चार श्रेणियों में जीतकर टूरनामेंट में सबसे अधिक पदक अपने नाम किए।
- जुनियर बॉयज़ – जुनवाई ने बैब्राला को हराया
- सब‑जूनियर बॉयज़ – जुनवाई ने बैब्राला को परास्त किया
- जुनियर गर्ल्स – जुनवाई ने बैब्राला को शून्य पर टका
- सब‑जूनियर गर्ल्स – जुनवाई ने बैब्राला को मात दी
खेल के अंत में विजेताओं को पदक, ताबीज़ और मानधन से सम्मानित किया गया। मंच पर उपस्थित मान्यवरों ने उनके अद्भुत प्रयासों की सराहना की और आगे भी ऐसा ही उत्साह बनाए रखने की अपील की। कई युवा प्रतिभाओं ने इस मंच से न सिर्फ अपने गांव-शहर में पहचान बनाई, बल्कि जिला‑स्तर पर अपने कौशल को भी प्रदर्शित किया।
समारोह में उपस्थित प्रमुखों में अवधेश, सचिन यादव, संतोष कुमार, डॉ. फैज़ान अली, अनुज कुमार, जितेंद्र पाल, विनोद शर्मा, राजीव शर्मा, हरिओम और जाहिर ख़ान शामिल थे। उन्होंने सभी को धन्यवाद कहा और बताया कि ऐसे इवेंट्स स्थानीय खेल संस्कृति को सुदृढ़ करने में कितने आवश्यक हैं।
टिप्पणि (14)
Anindita Tripathy
ये जुनवाई टीम का प्रदर्शन देखकर लगा जैसे किसी ने गांव की मिट्टी से निकाला हो एक असली खिलाड़ी को। बस थोड़ा अच्छा मार्गदर्शन, थोड़ी ज़िद, और दिल की आवाज़ सुनकर ये सब हो गया। बहुत अच्छा लगा।
Shubham Ojha
अरे भाई ये तो सिर्फ खेल नहीं, ये तो जुनवाई की आत्मा का प्रतीक है। जहाँ बैब्राला के लोग बड़े शहरों के बारे में बात करते हैं, वहीं जुनवाई के लड़के-लड़कियाँ अपनी जमीन से जुड़े रहे। ये जीत सिर्फ पदकों की नहीं, गर्व की है।
Rajesh Dadaluch
फिर से जुनवाई ने जीता। क्या बात है।
Jay Sailor
ये सब जुनवाई की जीत का नाटक है। आप लोगों को लगता है कि ये सिर्फ एक स्थानीय टूर्नामेंट है? नहीं। ये एक राष्ट्रीय रणनीति है - छोटे गांवों को बड़े शहरों के खिलाफ चलाने का। जब तक हम इन छोटे संस्थानों को बड़े शहरों के खिलाफ बाज़ी मारने देंगे, तब तक देश का शिक्षा और खेल प्रणाली बिखरता रहेगा। ये जीत वास्तविक नहीं, एक भ्रम है।
Subashnaveen Balakrishnan
मैंने देखा था जूनियर गर्ल्स का मैच बैब्राला के खिलाफ वो टैक्टिक्स बहुत तेज थे और बॉडी पॉजीशनिंग शानदार थी कोई नहीं देख रहा था लेकिन वो बस खेल रहे थे
tejas maggon
बैब्राला वाले गायब हो गए क्या? ये सब फेक है ना? जुनवाई के पास तो कोई ट्रेनर भी नहीं था फिर ये सब कैसे हुआ? सरकार ने कुछ छिपाया है
nishath fathima
इस तरह के खेलों में लड़कियों का भाग लेना बहुत अच्छा है, लेकिन उन्हें अपने घर के कामों से भी ध्यान देना चाहिए। शिक्षा सबसे पहले।
Anil Tarnal
मैंने अपने भाई को जुनवाई के लिए खेलते देखा था... उसके बाद से मैंने खेल को बदल दिया। वो लड़का अब बैब्राला के लिए खेल रहा है। मैं अब भी उसकी तरफ से नहीं देख पाता। ये टूर्नामेंट मेरे लिए दर्द का दर्पण है।
Pratyush Kumar
अच्छा लगा देखकर। लेकिन क्या इन सब बच्चों को अगले साल भी इस तरह का मौका मिलेगा? ये टूर्नामेंट अगले साल भी होगा? ये बस एक एक दिन की बात नहीं होनी चाहिए।
Viraj Kumar
जुनवाई की टीम के लड़के-लड़कियाँ ने जीत हासिल की, लेकिन उनके अध्यापकों और संगठकों की भूमिका को किसने देखा? उन्होंने दिन रात अभ्यास किया, बच्चों को खाना दिया, उनकी बातें सुनीं। ये जीत उनकी है। आप लोग सिर्फ जीत पर ध्यान देते हैं, लेकिन वो जो नीचे बैठे हैं, उनकी कहानी कोई नहीं लिखता।
Ronak Samantray
बैब्राला ने जानबूझकर हार दी 🤔💔
abhimanyu khan
इस टूर्नामेंट के आयोजन की व्यवस्था में अनुशासन का अभाव था। अधिकारियों के नामों की लंबी सूची देखकर लगता है कि यह एक राजनीतिक प्रदर्शन था। खेल की भावना के बजाय, यहाँ एक बड़ा व्यवसाय चल रहा है। इस तरह के इवेंट्स को निजी वित्तीय हितों के लिए उपयोग किया जा रहा है।
DHEER KOTHARI
वाह ये तो बहुत बढ़िया हुआ 😊 अब ये टीम राष्ट्रीय स्तर पर भी जाएगी ना? जुनवाई के बच्चों को बहुत बधाई 🙌
Keshav Kothari
किसी ने इसकी वीडियो अपलोड की है? मैं बस देखना चाहता हूँ।