राजस्थान में हाई स्कोरिंग मैच, पंजाब की शानदार वापसी
जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में आईपीएल 2025 का बल्ले और गेंद का रोमांच साफ दिखा। पंजाब किंग्स ने शुरुआती झटकों के बावजूद राजस्थान रॉयल्स को 10 रन से मात देकर प्लेऑफ की रेस में अपनी पकड़ मजबूत कर ली। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पंजाब किंग्स की शुरुआत डगमगाई, स्कोर 34/3 हो गया था। लेकिन कप्तान श्रेयस अय्यर (30 रन) और नेहाल वढेरा (70 रन) ने 67 रनों की अहम साझेदारी कर टीम को उबारा। वढेरा ने इसके बाद शशांक सिंह (59* रन) के साथ भी 58 रन जोड़े।
पंजाब की पारी में अंत के ओवरों में शशांक और अफगान ऑलराउंडर अजमतुल्लाह उमरजई (21* रन) ने तेज रफ्तार से रन जोड़े और स्कोर 219/5 तक पहुंचा दिया। यह स्कोर राजस्थान के खिलाफ बड़े मुकाबलों में दबाव बनाने के लिए काफी था।
राजस्थान की तेज शुरुआत, लेकिन बीच में गाड़ी फंसी
लक्ष्य का पीछा करते हुए राजस्थान रॉयल्स के दोनों ओपनर यशस्वी जायसवाल (50 रन) और लॉन्ग फॉर्म में दिख रहे युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी (40 रन) ने टूर्नामेंट में सबसे तेज शुरुआत की। सिर्फ 4.5 ओवर में ही 76 रन जोड़ लिए और दर्शकों के बीच रोमांच बढ़ गया। लेकिन, इस स्पीड को कायम नहीं रख पाए। यहां से गेम का पासा पलट गया।
हरप्रीत बराड़ ने सबसे अहम मोड़ पर बाजी पलटी। बराड़ ने अपने पहले ही स्पेल में यशस्वी जायसवाल को क्लीन बोल्ड कर दिया, फिर वैभव सूर्यवंशी और रियान पराग को भी चलता किया। इन तीनों बड़ी विकेटों के बाद राजस्थान की रन-रेस थोड़ी सुस्त हो गई। हालांकि ध्रुव जुरेल (53 रन) ने पारी में जान फूंकने की कोशिश की, लेकिन अंतिम ओवरों में बढ़ता रन रेट राजस्थान पर भारी पड़ा और टीम 209/7 पर ही रुक गई।
- सबसे ज्यादा असर हरप्रीत बराड़ की कसी हुई गेंदबाजी – 3 विकेट सिर्फ 22 रन खर्च कर लिए।
- पंजाब की फील्डिंग मिस तो जरूर हुई, लेकिन ब्रिकी गेंदबाजों ने दबाव बनाए रखा।
- राजस्थान के मिडिल ऑर्डर में अनुभव की कमी और डेथ ओवरों में रन गति गिरना हार की अहम वजह रही।
शानदार गेंदबाजी के लिए हरप्रीत बराड़ को मैन ऑफ द मैच मिला, जिसे उन्होंने अपनी नई-नवेली पत्नी अनमोल संधू को समर्पित किया। मैच के बाद हरप्रीत ने कहा कि कोच रिकी पोंटिंग और स्पिन कोच सुनील जोशी की सलाह और सपोर्ट ने उन्हें कठिन परिस्थितियों में सूझबूझ से गेंदबाजी सिखाई। खासकर पावरप्ले ओवर में प्रेशर संभालने का तरीका उन्हें पोंटिंग से मिला।
अब इस जीत के बाद पंजाब किंग्स के 13 मैच में 15 अंक हो गए हैं और उनकी प्लेऑफ में जगह लगभग पक्की होने लगी है। दूसरी तरफ राजस्थान की लगातार बल्लेबाजी में उतार-चढ़ाव वाली फॉर्म ने चिंता बढ़ा दी है। उनके लिए अब हर मैच करो या मरो जैसा होगा।
टिप्पणि (12)
Anindita Tripathy
हरप्रीत बराड़ की गेंदबाजी देखकर लगा जैसे कोई धागा बुन रहा हो जिसका हर फेर बल्लेबाज को फंसा रहा हो। ये वो पल हैं जब क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, बल्कि कला बन जाता है।
abhimanyu khan
इस टीम के लिए यह जीत केवल एक विजय नहीं है, बल्कि एक दर्शन है। आर्थिक असमानता, सामाजिक विभाजन, और खेल के अंदर भी वही विषमताएँ दिखती हैं। पंजाब किंग्स ने इसे एक नए नैतिक ढांचे के साथ जीता है।
Shubham Ojha
भाई ये बराड़ की गेंदबाजी तो बस एक गाना था! जैसे राग भैरवी में बांसुरी बज रही हो, हर ओवर में एक नया ताना। राजस्थान वाले तो बस एक बूंद के लिए जंग लड़ रहे थे।
tejas maggon
बराड़ के 3 विकेट सिर्फ यादृच्छिक नहीं हैं... ये सब एक अंतरराष्ट्रीय राजनीति का हिस्सा है। जिसने भी उसे ये गेंदबाजी करने को कहा, वो वो लोग हैं जो आईपीएल को नियंत्रित करते हैं।
Anil Tarnal
मैंने तो बस एक ओवर देखा था... और फिर आँखें भर आईं। ये बराड़ ने मेरी जिंदगी बदल दी। मैं अब रोज़ उसके लिए दुआ करता हूँ।
Viraj Kumar
आपने जो लिखा है, उसमें कई तथ्यात्मक त्रुटियाँ हैं। शशांक सिंह के 59* रन नहीं, 58* रन थे। और अफगान ऑलराउंडर का नाम अजमतुल्लाह उमरजई है, न कि उमरजी। ये गलतियाँ गंभीर हैं।
Rajesh Dadaluch
बराड़ ने जीत दिलाई। बाकी सब बकवास।
Ronak Samantray
बराड़ की पत्नी अनमोल संधू... उसकी तस्वीर देखी? वो एक एआई जेनरेटेड इमेज है। ये सब फेक है। 🤖
Jay Sailor
इस देश में जब तक बल्लेबाजी की जगह गेंदबाजी को नहीं दिया जाएगा, तब तक ये टूर्नामेंट एक बहाना है। हरप्रीत बराड़ ने जो किया, वो भारतीय राष्ट्रीय भावना की नई परिभाषा है। उसकी गेंद ने न सिर्फ विकेट लिए, बल्कि देश के भीतर बैठे बदमाशों को भी चौकाया।
Pratyush Kumar
हरप्रीत के लिए ये जीत बहुत खास है। उसकी पत्नी के साथ जो जुड़ाव है, वो बस एक रिश्ता नहीं, एक अंतर्दृष्टि है। और ये जीत उसके लिए एक नई शुरुआत है। अगर आप देखें तो ये टीम भी उसी तरह बन रही है - एक नए विचार के साथ।
Subashnaveen Balakrishnan
पंजाब की फील्डिंग में एक ओवर में दो बार रन आउट हुए थे और उसका कोई जिक्र नहीं किया गया लेकिन ये भी जरूरी है कि बताया जाए कि वो दोनों विकेट बल्लेबाज की गलती से नहीं बल्कि फील्डर की बेहतरीन टाइमिंग से लिए गए थे
Keshav Kothari
हरप्रीत बराड़ का ये प्रदर्शन निश्चित रूप से बाद में एक डॉक्यूमेंट्री बनेगा। अब तक के सभी गेंदबाजों की तुलना में ये सबसे शांत, सबसे विचारशील, सबसे असाधारण प्रदर्शन था।