ईस्ट बंगाल का संघर्ष
कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में एएफसी चैंपियंस लीग के प्रारंभिक दौर का मुकाबला खेला गया, जिसमें ईस्ट बंगाल एफसी का सामना तुर्कमेनिस्तान की अल्टिन अस्यर एफसी से हुआ। इस महत्वपूर्ण मुकाबले में, ईस्ट बंगाल ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी, लेकिन अनुभवी तुर्कमेनिस्तानी टीम के सामने टिक नहीं पाए।
ईस्ट बंगाल का इस टूर्नामेंट में आना भी कम संघर्षपूर्ण नहीं था। उन्होंने कड़ी मेहनत और शानदार प्रदर्शन करते हुए कलिंगा सुपर कप 2024 को जीतकर इस मुकाम तक पहुंचे थे। उस समय उन्होंने ओडिशा एफसी को 3-2 से हराकर 12 साल बाद राष्ट्रीय खिताब जीता था। इस जीत में टीम के स्ट्राइकर क्लेइटन सिल्वा का महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिन्होंने पांच गोल कर शीर्ष स्कोरर का खिताब अपने नाम किया।
घर का मैदान, बड़ी उम्मीदें
ईस्ट बंगाल के प्रशंसकों को इस मैच से बहुत उम्मीदें थीं। टीम के कोच, स्पेनिश कार्लेस कुआड्राट, ने भी कहा था कि घरेलू मैदान पर खेलना टीम की ताकत बनेगा। उन्होंने ये भी माना कि उनकी टीम इस मैच में अंडरडॉग थी, लेकिन घर के समर्थन से बड़ी-बड़ी टीमें भी हिल जाती हैं।
मैच की शुरुआत शाम 7 बजे हुई, और स्टेडियम पूरी तरह भरा हुआ था। प्रशंसकों का जबरदस्त शोर और उत्साह पूरे मैच के दौरान देखने लायक था। लेकिन अफसोस, ईस्ट बंगाल की ये उम्मीदें पूरी नहीं हो सकीं।
अल्टिन अस्यर की मजबूती
अल्टिन अस्यर एफसी, जिन्होंने 2023 में तुर्कमेनिस्तान हायर लीग में रनर-अप का मुकाम हासिल किया था, ने इस मैच में यह दिखाया कि वह कितने अनुभवी और संगठित टीम हैं। उनके खिलाड़ियों ने मैदान पर अपनी मजबूती और टैक्टिक्स का बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिससे ईस्ट बंगाल को काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
पहले हॉफ में ही अल्टिन अस्यर ने बढ़त बना ली और ईस्ट बंगाल के खिलाड़ियों को गोल करने के ज्यादा मौके नहीं दिए। दूसरे हॉफ में ईस्ट बंगाल ने वापसी की कोशिश की, लेकिन तुर्कमेनिस्तानी टीम की डिफेंस को तोड़ नहीं पाए।
आगे की राह
इस हार के बाद, ईस्ट बंगाल को अब एएफसी चैलेंज लीग ग्रुप स्टेज में खेलना होगा। यह टूर्नामेंट उनके लिए खुद को सुधारने और नई रणनीतियों पर काम करने का एक और मौका देगा।
फैन्स और खिलाड़ियों को इस हार से निराशा जरूर हुई है, लेकिन फुटबॉल एक ऐसा खेल है, जिसमें हार और जीत का सिलसिला चलता रहता है। उम्मीद है कि ईस्ट बंगाल इस हार से सबक लेकर आने वाले मैचों में और मजबूती से वापसी करेगा।
निष्कर्ष
यह कहना सही होगा कि ईस्ट बंगाल ने इस मैच में अपनी पूरी मेहनत की और घरेलू समर्थन को भी बेहतर तरीके से उपयोग किया। हालांकि, अल्टिन अस्यर की मजबूती और रणनीति ने उन्हें जीत दिलाई। इस हार से टीम को सबक मिलेगा और उम्मीद है कि आने वाले समय में वे और मजबूती से मैदान में उतरेंगे।
टिप्पणि (13)
DHEER KOTHARI
ये मैच देखकर दिल भर गया 😊 ईस्ट बंगाल ने तो बस अपना दिल लगा दिया... अब चैलेंज लीग में और ज्यादा जोश दिखाएंगे बिल्कुल विश्वास है!
nishath fathima
इस तरह के मैचों में खिलाड़ियों की मेहनत को सम्मान देना चाहिए। यह एक अच्छा प्रदर्शन था और इसके लिए उन्हें गलत नहीं कहा जाना चाहिए।
Deeksha Shetty
क्लेइटन सिल्वा का गोल नंबर पांच था लेकिन अल्टिन अस्यर की डिफेंस ने उसे बंद कर दिया ये बात नजरअंदाज नहीं की जा सकती
Swapnil Shirali
कोच का कहना है कि घर का मैदान फायदा देगा... तो फिर ये घर का मैदान क्या खाया था जो टीम को बचा नहीं पाया? 😏
Ratna El Faza
मैं तो बस ये कहना चाहती हूँ कि ईस्ट बंगाल के फैन्स बहुत अच्छे हैं... इतना शोर मचाना और फिर भी समर्थन बना रहना असली लव है ❤️
Nihal Dutt
ये सब बातें बकवास है... ये टीम तो बस फेक न्यूज़ बना रही है असली टीम तो अभी तक नहीं दिखी
Upendra Gavale
जिंदगी भी तो एक मैच है ना... कभी जीतो कभी हारो... लेकिन जो खेलते हैं वो ही असली होते हैं 🤝
vineet kumar
अल्टिन अस्यर की टैक्टिकल डिसिप्लिन ने ये दिखाया कि एशिया में फुटबॉल का स्तर कहाँ है। ईस्ट बंगाल को बेसिक्स पर फोकस करना चाहिए - पासिंग, पोजिशनिंग, और डिफेंसिव ऑर्गनाइजेशन।
Jay Sailor
हमारी लीग में जो खिलाड़ी हैं वो अपनी आंखें बंद करके गोल कर देते हैं... ये तुर्कमेनिस्तानी टीम ने दिखा दिया कि फुटबॉल एक विज्ञान है न कि भावनाओं का खेल। हमारी टीमें अभी भी बच्चों की तरह खेल रही हैं।
Anindita Tripathy
ईस्ट बंगाल के खिलाड़ियों को बस एक बात याद रखनी है - ये हार अंत नहीं, बस एक नया शुरुआती बिंदु है। तुमने जो किया वो बहुत बड़ी बात है। अब आगे बढ़ो।
Ronak Samantray
ये सब जाल है... अल्टिन अस्यर के खिलाड़ी अमेरिकी स्पाई हैं जो हमारी टीम को धोखा देने आए थे 🕵️♀️
Anil Tarnal
मैं तो बस ये कहना चाहता हूँ कि ये मैच देखकर मेरा दिल टूट गया... मैंने तो घर से निकलकर स्टेडियम तक बस आया था... और फिर ये... बस ये नहीं हो सकता...
abhimanyu khan
इस हार का विश्लेषण करना आवश्यक है। खिलाड़ियों की फिटनेस, ट्रेनिंग प्रोटोकॉल, और तकनीकी निर्देशों में विफलता का पता लगाना चाहिए। इस प्रकार की असफलता दोहराने की अनुमति नहीं दी जा सकती।