चेल्सी ने एन्जो फर्नांडीज पर अनुशासनात्मक कार्रवाई
चेल्सी फुटबॉल क्लब ने हाल ही में एन्जो फर्नांडीज के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की घोषणा की है। यह कदम तब उठाया गया जब उनका और उनके अर्जेंटीना के साथी खिलाड़ियों का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे एक ऐसा गीत गा रहे थे जिसे फ्रेंच फुटबॉल फेडरेशन (FFF) ने नस्लभेदी और भेदभावपूर्ण बताया।
कोलंबिया के खिलाफ जीत के बाद घटना
यह घटना कोपा अमेरिका फाइनल में अर्जेंटीना के 1-0 से कोलंबिया पर जीत के बाद की है। इस वीडियो में f घूम रही थी। इस वीडियो में, एन्जो फर्नांडीज और उनके साथी खिलाड़ी एक ऐसा गीत गा रहे थे, जिसमें फ्रेंच खिलाड़ियों के अफ्रीकी विरासत को हास्यास्पद तरीके से बताया गया था। ये खिलाड़ी पहले या दूसरे पीढ़ी के निवासी हैं जिनका संबंध अंगोला, कैमरून और नाईजीरिया जैसे देशों से है।
फर्नांडीज ने मांगी माफी
इस घटना के बाद, एन्जो फर्नांडीज ने सोशल मीडिया पर सार्वजनिक माफी जारी की। उन्होंने इस भाषा की कड़ी निंदा की और अपनी भागीदारी पर खेद व्यक्त किया। फर्नांडीज ने कहा कि वह उन शब्दों को वापस लेना चाहते हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि उनका ऐसा कोई इरादा नहीं था जिससे किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचे।
चेल्सी की प्रतिबद्धता
चेल्सी फुटबॉल क्लब ने इस मामले पर अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत किया और कहा कि वह भेदभाव के किसी भी रूप को बर्दाश्त नहीं करेगा। क्लब ने अपने मूल्यों को दोहराते हुए कहा कि वह विविधता और समावेशिता के प्रति कटिबद्ध है। इस संदर्भ में, चेल्सी ने कहा कि वे फर्नांडीज के खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे।
वेस्ली फोफाना की प्रतिक्रिया
चेल्सी के ब्लैक फ्रेंच खिलाड़ी वेस्ली फोफाना ने सोशल मीडिया पर इस नस्लभेदी घटना की निंदा की, लेकिन उन्होंने भी नस्लभेदी टिप्पणियों का सामना किया। फोफाना ने कहा कि ऐसी घटनाएं फुटबॉल जगत में अस्वीकार्य हैं और इसमें सुधार की जरूरत है।
फुटबॉल में नस्लवाद
यह घटना फुटबॉल में नस्लवादी व्यवहार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण संदेश देती है। भले ही फर्नांडीज ने माफी मांग ली हो और चेल्सी ने अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया हो, लेकिन ऐसे मामलों में सख्त और निर्णायक कार्रवाई की आवश्यकता है। यह सिर्फ फुटबॉल में नहीं बल्कि हर खेल में जरूरी है कि हम सभी प्रकार के भेदभाव को समाप्त करें और एक स्वस्थ और सम्मानजनक वातावरण बनाएं।
फीफा, अर्जेंटीना फुटबॉल एसोसिएशन और कॉनमेबोल की चुप्पी
हालांकि इस मामले पर चेल्सी ने कार्रवाई की है, लेकिन फीफा, अर्जेंटीना फुटबॉल एसोसिएशन और कॉनमेबोल ने इस पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है। यह चुप्पी खिलाड़ियों और दर्शकों के बीच एक महत्वपूर्ण संदेश छोड़ती है कि फुटबॉल के हर स्तर पर भेदभाव को खत्म करने की सख्त जरूरत है।
समाज में जागरूकता की आवश्यकता
यह मामला सिर्फ एक घटना नहीं है, बल्कि यह समाज में जागरूकता और संवेदनशीलता बढ़ाने की आवश्यकता को रेखांकित करता है। खेल एकता और सौहार्द का माध्यम बन सकते हैं, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि हम सभी प्रकार के भेदभाव और असमानता का विरोध करें।
इस प्रकार, इस घटना से एक स्पष्ट संदेश मिलता है कि भले ही आप एक मशहूर खिलाड़ी हों या एक सामान्य दर्शक, किसी भी तरह का भेदभाव अस्वीकार्य है और इसे जड़ से खत्म करना हमारी जिम्मेदारी है।
टिप्पणि (13)
Shubham Ojha
ये गीत सिर्फ मजाक था लेकिन अगर इसका मतलब नस्लवाद है तो ये कोई हंसी नहीं है। फुटबॉल तो एकता का खेल है ना, अगर हम अपने खिलाड़ियों को ऐसी बातें करने देंगे तो भविष्य में क्या होगा? इस तरह के मामलों में सख्ती से काम लेना चाहिए, न कि सिर्फ माफी के साथ छुटकारा पाना।
tejas maggon
ये सब बस बड़े लोगों की साजिश है चेल्सी के खिलाफ नया बैन लगाने के लिए। वीडियो में तो बस एक गाना था जो बच्चे गाते हैं। फ्रेंच फेडरेशन ने खुद अफ्रीकी गानों को अपने टूर्नामेंट में इस्तेमाल किया है। ये नस्लभेदी नहीं बल्कि निशाना साधने की साजिश है।
Subashnaveen Balakrishnan
मुझे लगता है कि इस घटना को लेकर दोनों तरफ से जवाबदेही चाहिए। खिलाड़ी ने गलती की और माफी मांगी लेकिन क्लब की प्रतिक्रिया भी बहुत स्पष्ट है। ये सब बहस इस बात पर है कि क्या ये गीत जानबूझकर नस्लवादी था या बस अनजाने में गलत हो गया।
Keshav Kothari
माफी मांगना बस एक शोर बंद करने का तरीका है। अगर ये गीत असल में नस्लवादी था तो ये माफी बेमानी है। और फीफा की चुप्पी? वो भी इसी साजिश का हिस्सा है।
Rajesh Dadaluch
ये सब बहुत ज्यादा हो गया। बस एक गाना था।
Pratyush Kumar
इस तरह के मामलों में सबसे जरूरी है सीखना न कि सजा देना। अगर फर्नांडीज ने अपनी गलती को समझ लिया है तो उसे एक मौका देना चाहिए। फुटबॉल जगत में ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत है जो सीख सकें और बदल सकें।
nishath fathima
इस तरह की व्यवहारगत गलतियों को कभी भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। यह न सिर्फ एक गलती है, बल्कि एक नैतिक अपराध है। चेल्सी की यह कार्रवाई बहुत उचित है और इसे और भी कठोर होना चाहिए।
DHEER KOTHARI
हम सब गलतियाँ करते हैं। अगर कोई व्यक्ति अपनी गलती को स्वीकार कर ले और बदलने की कोशिश करे तो हमें उसे साथ देना चाहिए। फुटबॉल जगत को इंसानियत की ओर ले जाना है, न कि डर फैलाना। ❤️
vineet kumar
यह घटना सिर्फ एक गाने के बारे में नहीं है। यह एक दर्पण है जो हमारे समाज की अंतर्निहित पूर्वाग्रहों को दिखाता है। हम अक्सर अपने आप को उदार समझते हैं लेकिन जब कोई अपनी संस्कृति के भीतर ऐसी बातें करता है तो हम उसे जंगली कह देते हैं। यह दोहरा मापदंड है।
Deeksha Shetty
माफी मांगना बस एक शोर बंद करने का तरीका है और चेल्सी इसे बहुत आसानी से छोड़ रहा है। इस तरह के खिलाड़ियों को बर्खास्त कर देना चाहिए। यह नस्लवाद का नियम है न कि गलती। और फीफा की चुप्पी? ये बस बहाना है।
Ratna El Faza
मैं तो सोचती हूँ कि अगर ये गाना अर्जेंटीना के बच्चों के बीच लोकप्रिय है तो शायद ये उनके लिए कोई खास मतलब नहीं रखता। लेकिन अगर ये दूसरों को ठेस पहुँचा रहा है तो इसे बदलना होगा। हम सबको सीखना होगा।
Nihal Dutt
ये सब बस एक ट्रेंड है जिसे लोग बना रहे हैं। अर्जेंटीना के लोग तो हमेशा से ऐसा करते रहे हैं। फ्रेंच लोगों के अफ्रीकी विरासत के बारे में बात करना भी नस्लवाद है? तो फिर भारत में दक्षिण भारतीयों के बारे में बात करना क्या है? ये सब बस बड़े लोगों का खेल है।
Swapnil Shirali
अरे भाई, ये गाना तो बच्चों के बीच बहुत चलता है, और अब ये सब नस्लवाद का मामला बन गया? अगर ये गलत है तो फीफा ने इसे पहले से ही बैन क्यों नहीं किया? और फोफाना को नस्लवादी टिप्पणियाँ मिल रही हैं? ये सब बस एक बड़ा ट्रेंड है... जिसे लोग बना रहे हैं। जिसे लोग बना रहे हैं। जिसे लोग बना रहे हैं... क्या ये सच में इतना गंभीर है? या बस एक बड़ा बकवास का विषय है?