भारत की धमाकेदार जीत
भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए दूसरे टी20 मुकाबले में भारतीय टीम ने 86 रन से शानदार जीत दर्ज की। यह मुकाबला 9 अक्टूबर 2024 को नई दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला गया। इस जीत के साथ भारत ने तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 की अपराजेय बढ़त हासिल कर ली। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में खेलने वाली भारतीय टीम ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया। इस जीत के बदौलत भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ अपना दबदबा बरकरार रखा।
टीम इंडिया की रणनीति
इस मैच में भारतीय टीम की रणनीति स्पष्ट रूप से आक्रामक दिखाई दी। सूर्यकुमार यादव की अगुवाई में टीम ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा और संजू सैमसन ने टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। मिडल ऑर्डर में, रिंकू सिंह और हार्दिक पांड्या ने बेहतरीन बल्लेबाजी की, जिससे भारतीय टीम ने एक बड़ा स्कोर खड़ा किया। गेंदबाजी विभाग में, शुभमन गिल और अर्शदीप सिंह ने कमाल का प्रदर्शन किया।
बांग्लादेश की चुनौती
दूसरी तरफ, बांग्लादेश की टीम इस मैच में बहुत अधिक दबाव में नजर आई। सुरक्षा के तहत खेली गई उनकी पारी में शुरुआती विकेट गिरते रहे और टीम कभी भी मुकाबले में लौटती नजर नहीं आई। टीम के कप्तान नजमुल हुसैन शान्तो ने क्रीज़ पर टिके रहने की कोशिश की लेकिन उन्हें अन्य बल्लेबाजों से कोई समर्थन नहीं मिल पाया। गेंदबाजी में, मुस्तफिजुर रहमान और तास्किन अहमद ने अपने अनुभव का प्रदर्शन किया लेकिन वह भारत की बड़ी पारी को रोक नहीं सके।
गौतम गंभीर की कोचिंग का प्रभाव
इस जीत में भारतीय टीम के कोच गौतम गंभीर की योजनाओं का भी बड़ा योगदान रहा। गंभीर ने युवा खिलाड़ियों को मौका दिया, जिससे टीम की बेंच स्ट्रेंथ का परीक्षण किया जा सके। हरषित राणा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहली बार मौका मिला, जब उन्होंने अपनी खास गेंदबाजी से कोच और टीम का विश्वास जीत लिया। यह देखकर भी खुशी हुई कि भारतीय टीम का हर खिलाड़ी मैच जीतने के लिए पूरी तरह से जुटी हुई थी।
श्रृंखला का अगला कदम
अब जब भारत ने दो मैच जीतकर पहले ही सीरीज पक्की कर ली है, तीसरे और अंतिम टी20 मुकाबले में टीम प्रयोग करके अपने अन्य खिलाड़ियों को मौका दे सकती है। कोच गंभीर इस अवसर का उपयोग नई रणनीतियों को परखने और खिलाड़ियों को अधिक से अधिक अनुभव दिलाने के लिए करेंगे। वहीं, बांग्लादेशी टीम तीसरे मुकाबले में सम्मान बचाने के इरादे से मैदान में उतरेगी।
मैदान में गतिमान
मैच के दौरान मौसम का मिजाज भी बेहतरीन था। दिल्ली का आकाश साफ और धूप खिला हुआ था जिससे दर्शकों को पूरा मैच देखने का अवसर मिला। भारत के बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों ही अपनी योजनाओं को मूर्त रूप देने में सफल रहे। स्टेडियम में भारत के क्रिकेट प्रेमियों की भीड़ ने अपनी टीम का खूब हौंसला बढ़ाया। खेल का यह रोमांचक मुकाबला स्पोर्ट्स 18-1 HD/SD पर अंग्रेजी में और स्पोर्ट्स 18-2 HD/SD पर हिंदी में प्रसारित किया गया।
आगामी मैच की उम्मीदें
भारत पहले ही श्रृंखला जीतकर राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद की रैंकिंग में अपनी स्थिति मजबूत कर चुका है। अगला मुकाबला अब बांग्लादेश के लिए गर्व से ज्यादा नतीजा बदलने का नहीं होगा। भारतीय टीम में संभवतः कुछ युवाओं को मौका मिलेगा। यह भारत के उभरते सितारों के लिए एक शानदार मंच होगा। प्रशंसक भी युवा खिलाड़ियों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं, जिससे हमारे सीनियर प्लेयर्स को खेल के प्रति रूचि और भावना का अहसास होता रहेगा।
टिप्पणि (16)
Keshav Kothari
ये टीम इंडिया का खेल अब बोरिंग हो गया है। हर मैच एक जैसा। कोई टेंशन नहीं, कोई रिस्क नहीं। बस रन बनाते रहो, विकेट गिराते रहो। ये जीत भी किस बात की?
vineet kumar
सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम का फोकस साफ है। युवाओं को मौका देना और उन्हें अपनी गलतियों से सीखने देना ही लंबे समय तक सफलता की कुंजी है। गौतम गंभीर का नेतृत्व देखकर लगता है कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित है।
Deeksha Shetty
हार्दिक पांड्या ने वापसी के बाद ये प्रदर्शन कैसे किया ये तो बड़ी बात है और रिंकू सिंह का आउटफील्ड देखकर लगा जैसे वो इस लीग में पहले से ही खेल रहा हो
Ratna El Faza
मैंने देखा तो लगा जैसे बांग्लादेश वाले बस बैठे हुए थे। भारत की बल्लेबाजी देखकर तो उनका दिमाग ही बंद हो गया होगा। कोशिश तो कर रहे थे लेकिन असली बात ये है कि उनके पास ऐसी टीम नहीं है।
Nihal Dutt
इस जीत के पीछे कोई नेटवर्क वाला चाल चल रहा है ना भाई साहब? जब भी भारत जीतता है तो सब कुछ बिल्कुल बर्बर लगता है और जब हारता है तो सब बदल जाता है। ये टीम असली है या फिल्मी?
Swapnil Shirali
गौतम गंभीर ने जो टीम बनाई है, वो एक बॉल्ड ब्रांड है। बाकी टीमें बस खेलती हैं, ये तो एक एक्सपीरिमेंट चला रही है। अगर ये युवाओं को दिया गया मौका बस एक फैक्टर के लिए नहीं, बल्कि टीम के लिए है, तो ये जीत बहुत बड़ी है।
abhimanyu khan
इस मैच में जो भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेला, उसका प्रदर्शन विश्लेषणात्मक रूप से अत्यंत उच्च स्तर का था। खिलाड़ियों की शारीरिक तैयारी, मानसिक एकाग्रता और टीम रणनीति का समन्वय एक अद्वितीय उदाहरण है।
Jay Sailor
बांग्लादेश के खिलाफ ये जीत तो बस एक रिमाइंडर है कि भारत की ताकत क्या है। ये लोग अपने देश में भी नहीं जीत पाते, फिर यहाँ आकर क्या करेंगे? इनकी टीम का एक भी खिलाड़ी इंडियन टीम के सामने खड़ा हो सकता है?
Anindita Tripathy
हरषित राणा का डेब्यू बहुत अच्छा रहा। उसने बहुत कम बोलकर बहुत कुछ किया। ऐसे खिलाड़ियों को बार-बार मौका देना चाहिए। वो नहीं बोलते, लेकिन उनकी गेंदें बोलती हैं।
Ronak Samantray
ये सब फेक है। ये मैच तो टीवी पर दिखाने के लिए बनाया गया है। असली खेल तो अंडरग्राउंड में होता है। ये सब बस एक धोखा है। 🤫
Anil Tarnal
हार्दिक ने जो छक्का मारा वो तो असली बात थी। उसके बाद बांग्लादेश की टीम ने बस आँखें बंद कर लीं। मैंने तो देखा ही नहीं, बस फोन उठाकर चाय पीने चला गया।
Viraj Kumar
इस जीत के बाद भी लोग अभी तक नहीं समझ पाए कि टीम के अंदर एक अनुशासन की कमी है। गेंदबाजी के दौरान बल्लेबाजों का आउटफील्ड बदलना अनियमित था। ये अस्थायी सफलता है, नहीं तो तबाही का संकेत।
Shubham Ojha
दिल्ली का मौसम तो बिल्कुल भारतीय क्रिकेट की तरह था - धूप थी, हवा थी, और भीड़ ने जैसे आकाश को भी गाना गाया। जब रिंकू ने छक्का मारा, तो लगा जैसे गाँव का बच्चा फिर से आसमान छू गया।
tejas maggon
गौतम गंभीर की टीम में सब कुछ ठीक है बस एक चीज़ नहीं है - असली खिलाड़ी। ये सब तो टीवी पर बनाए गए हैं। असली टीम तो बांग्लादेश में बैठी है और यहाँ तक आने के लिए टिकट नहीं मिला। 😂
Subashnaveen Balakrishnan
सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम का फोकस अच्छा है। युवाओं को मौका देना बहुत जरूरी है। लेकिन अगर ये लोग अगले मैच में भी यही खेलते हैं तो बांग्लादेश के खिलाफ भी जीत नहीं मिलेगी।
Rajesh Dadaluch
जीत गए। अब जाओ घर।