मरीन ड्राइव पर जनसैलाब
टीम इंडिया के टी20 वर्ल्ड कप जीत के बाद मुंबई के मरीन ड्राइव पर खुशी की लहर दौड़ उठी। हजारों की संख्या में लोग अपनी टीम का स्वागत करने के लिए उमड़े। हाथों में तिरंगे लहराते, वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारों के साथ लोग अपनी भावनाओं का इजहार कर रहे थे। यह दृश्य भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के समर्पण और प्यार का प्रतीक था।
परेड के लिए टीम इंडिया ने एक ओपन-टॉप बस चुनी, जो पूरी तरह से गुलाबों और गेंदों के फूलों से सजी थी। परेड का सफर मरीन ड्राइव से शुरू हुआ और वांकhede स्टेडियम पर खत्म हुआ। इस दौरान खिलाड़ी जनता का अभिवादन करते हुए दिखे और हाथ हिलाते हुए अपने प्रशंसकों का आभार व्यक्त किया।
भव्य परेड और सफाई अभियान
परेड की समाप्ति के बाद मरीन ड्राइव की सड़कों पर एक नया दृश्य देखने को मिला। जश्न के बाद जगह-जगह छोड़े गए जूते-चप्पलें, रैपर और प्लास्टिक की बोतलें नजर आने लगीं। इस स्थिति को निपटाने के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के 100 कर्मचारियों और कई एनजीओ कार्यकर्ताओं ने कमर कस ली।
सफाई अभियान में 100 से अधिक कर्मचारियों ने हिस्सा लिया और पांच जीपों और दो डम्परों का उपयोग करके कचरे को इकट्ठा किया। इस सफाई अभियान में बीएमसी के कर्मचारियों का योगदान सराहनीय रहा।
13 साल के इंतजार का अंत
टीम इंडिया की यह जीत भारतीय क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय साबित हुई है। 13 साल बाद टीम को बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब मिला है। इस जीत ने न केवल टीम बल्कि पूरे देश को गर्व और खुशी का मौका दिया।
इस जीत से लेकर जश्न तक, यह यात्रा सिखाती है कि मेहनत, समर्पण और अनुशासन से बड़ी से बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है। टीम इंडिया की इस जीत ने युवा क्रिकेटरों को प्रेरित किया है और उन्हें अपने सपनों की उड़ान भरने की हिम्मत दी है।
क्रिकेट फैन्स की भावनाएँ
मरीन ड्राइव पर लोग अपनी भावनाओं को रोक नहीं पाए। हर ओर हर्षोल्लास का माहौल था। इस दिन को हमेशा याद रखा जाएगा क्योंकि यह सिर्फ एक खेल नहीं बल्कि करोड़ों दिलों की धड़कन थी।
टीम के खिलाड़ीयों ने भी इस पल को बहुत ही खास बताया और कहा कि यह जीत उनके हृदय में हमेशा बनी रहेगी। इस जीत ने उन्हें और अधिक मेहनत करने की प्रेरणा दी है और वे भारतीय फैन्स के सपनों को साकार करना चाहते हैं।
कार्यक्रम की सफलता और चुनौती
परेड को सफल बनाने में कई चुनौतियाँ भी आयीं। भारी भीड़ से यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई और सुरक्षा में भी काफी ध्यान देना पड़ा। लेकिन, बीएमसी और पुलिस प्रशासन की संयुक्त मेहनत ने इस कार्य को सफल बनाया।
इस प्रकार, टीम इंडिया की यह जीत और उसका जश्न भारतीय क्रिकेट के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा। यह सिर्फ एक जीत नहीं थी, बल्कि इससे जुड़े हर पल ने करोड़ों भारतीयों के दिलों में अग्नि प्रज्वलित की है।
टिप्पणि (17)
Shubham Ojha
मरीन ड्राइव पर जब तिरंगा लहराया गया तो लगा जैसे पूरा देश एक दिल से धड़क रहा है। ये सिर्फ जीत नहीं, ये तो एक जागृति थी। हर बच्चे के चेहरे पर वो चमक देखकर लगा भारत का कल अब और भी चमकेगा।
tejas maggon
ये सब जश्न बस एक धोखा है असल में सरकार ने फेक न्यूज़ फैलाया है ताकि लोग बर्बरी से भूल जाएं।
Viraj Kumar
ये जश्न देखकर लगता है कि लोगों ने अपने घरों की सफाई भी भूल गई। एक जीत के लिए इतना कचरा छोड़ना अपराध है। बीएमसी के कर्मचारियों को धन्यवाद देना चाहिए, लेकिन लोगों को सिखाना चाहिए कि जश्न कैसे मनाना चाहिए।
DHEER KOTHARI
मरीन ड्राइव पर जब बच्चे तिरंगा लहरा रहे थे तो मैंने आँखें भर लीं 😊 ये देश का असली भविष्य है।
Swapnil Shirali
क्या आपने कभी सोचा है कि ये सारा जश्न, ये बसें, ये गुलाब, ये फूल... ये सब किसके पैसे से चल रहा है? और फिर वो सफाई अभियान? ये सब एक बड़ा प्रोपेगंडा है, जिससे लोगों को असली समस्याओं से दूर रखा जा रहा है।
Pratyush Kumar
मैंने देखा कि एक बुजुर्ग आदमी अपनी बेटी के साथ खड़े थे, वो बच्ची बस गाना गा रही थी और उसके हाथ में एक छोटा सा तिरंगा था। उस पल में लगा जैसे सब कुछ ठीक हो गया।
Ratna El Faza
अच्छा लगा कि लोग जश्न मना रहे थे। मगर अब थोड़ा ध्यान देना चाहिए कि सड़कें साफ रहें। बच्चों को भी सिखाना चाहिए कि जश्न के बाद भी साफ-सफाई का ख्याल रखना चाहिए।
Deeksha Shetty
ये सफाई अभियान बस एक फोटो ऑपरेशन था जिसे लोगों को दिखाया गया ताकि लगे कि कोई जिम्मेदारी ले रहा है। असल में लोगों को जश्न मनाने दो, बाद में सफाई करवा दो
Rajesh Dadaluch
कचरा फैला है तो कर्मचारी साफ कर रहे हैं। ये भी बड़ी बात है।
Nihal Dutt
ये जीत तो बस एक टी20 थी... लेकिन इतना जश्न? अगर ये इतना बड़ा है तो बर्बरी क्यों नहीं खत्म हुई? लोग अपनी आँखें बंद कर रहे हैं।
Keshav Kothari
सब जश्न और नारे बस एक बहाना है। असली समस्याएं जैसे बेरोजगारी, पानी की कमी, शिक्षा का स्तर... इनके बारे में कोई बात नहीं करता।
vineet kumar
इस जीत के बाद जो जश्न हुआ, वो सिर्फ एक खेल के बारे में नहीं, बल्कि एक ऐसी अनुभूति के बारे में था जो हम सब भूल चुके थे - एकता। जब हम सब एक दिल से गाते हैं, तो कोई भी विभाजन असली नहीं होता।
Upendra Gavale
जब तिरंगा लहराया तो लगा जैसे देश का हर दिल एक हो गया 🌟
Jay Sailor
ये जीत किसकी है? क्या ये जीत वास्तव में भारत के लिए है या केवल कुछ राजनीतिक दलों के लिए? जब तक हम अपने अंदर के विषमताओं को नहीं ठीक करेंगे, तब तक ये सब बस एक नाटक है। ये जीत तो बस एक बाहरी चमक है, अंदर तो सब बर्बाद है।
Subashnaveen Balakrishnan
मुझे लगता है कि इस जीत के बाद जो लोग जश्न मना रहे थे उनमें से कई अपने घरों में भी सफाई नहीं करते। इसलिए ये जश्न और सफाई अभियान एक दर्पण है जो हमें दिखाता है कि हम कितने द्वैतवादी हैं।
nishath fathima
यह अत्यधिक अनुशासनहीन व्यवहार है। एक खेल के लिए सारी सड़कें कचरे से भर देना नागरिक जिम्मेदारी के खिलाफ है। इस तरह के जश्न को रोकना चाहिए।
abhimanyu khan
यह जीत एक आर्थिक और सामाजिक असमानता के विरुद्ध एक विरामचिन्ह है। यह असली जीत तभी होगी जब हर बच्चा शिक्षा पाए, हर व्यक्ति को आहार मिले, और हर गाँव में स्वच्छता हो। यह जीत बस एक छल है।