भारत का सटीक जवाब: ऑपरेशन सिंदूर में बोहारी एयरबेस पर हमला
जब बात देश की सुरक्षा की आती है, तो भारतीय वायुसेना का नाम खुद-ब-खुद विश्वास के साथ लिया जाता है। अप्रैल के आखिर में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत वो कर दिखाया, जिसकी पाकिस्तान कभी कल्पना भी नहीं कर सकता था। बोहारी एयरबेस, जो कराची के पास पाकिस्तान एयर फोर्स की सबसे रणनीतिक जगहों में गिनी जाती है, को ब्रह्मोस मिसाइलों ने अपना निशाना बनाया।
बोहारी एयरबेस को 2017 में शुरू किया गया था और इसके पास 19 स्क्वाड्रन तथा ऑपरेशन कन्वर्जन यूनिट (OCU) जैसे प्रमुख फॉर्मेशन हैं, जिनमें F-16 फाइटर जेट्स ऑपरेट किए जाते हैं। इसके अलावा यहाँ आधुनिक हॉन्ग-कॉन्ग निर्मित Saab 2000 Erieye AWACS (Airborne Warning and Control System) भी तैनात था, जो पाकिस्तान की हवाई चेतावनी एवं कमांड में रीढ़ की हड्डी माना जाता है। यही अकेला सिस्टम था, जो पाकिस्तान को हर संभावित खतरे का अंदाजा समय रहते दे सकता था।

हमले की रणनीति और उसके नतीजे
22 अप्रैल के आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई में भारतीय वायुसेना ने 11 पाकिस्तानी एयरबेस को निशाना बनाते हुए सबसे पहले बोहारी एयरबेस को टारगेट किया। चार ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल दागी गईं, जिनमें से एक ने हैंगर को सीधा हिट कर दिया। इसी हैंगर में Saab 2000 AWACS और कम से कम 3-4 वेस्टर्न फाइटर जेट्स खड़े थे। जिस वक्त धमाका हुआ, हैंगर की छत गिर गई और आसपास का इलाका मलबे से पट गया। वहाँ मौजूद स्क्वाड्रन लीडर उस्मान यूसुफ समेत कई जवान मारे गए।
भारतीय वायुसेना ने इस मिशन के लिए अत्याधुनिक मिसाइलों और असाधारण सटीकता का खुला प्रदर्शन किया। यह हमला इतना अचानक था कि पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम को कोई समय ही नहीं मिला। सैटेलाइट इमेज से साबित हुआ कि हमला वाकई प्रभावशाली रहा—हैंगर की छत गिरी, रनवे के आसपास मलबा फैला और विमान जल गए।
पाकिस्तान एयरफोर्स के रिटायर्ड एयर मार्शल मसूद अख्तर ने एक इंटरव्यू में यह स्वीकार किया कि AWACS के नष्ट हो जाने से पाकिस्तान की एयर डिफेंस प्रणाली पर सीधा असर पड़ा है। अब पाकिस्तान को अपनी सीमाओं पर निगरानी एवं प्रतिक्रिया में बड़ी चुनौती झेलनी पड़ेगी।
- AWACS सिस्टम के नष्ट होने से पाकिस्तान का एयर सर्विलांस नेटवर्क लगभग पंगु हो गया है।
- Bholari बेस पर मौजूद फाइटर जेट्स की क्षति से फोर्स की फुर्ती और तैनाती क्षमता प्रभावित हो गई।
- इस ऑपरेशन से भारत की सैन्य तकनीकी एवं रणनीतिक श्रेष्ठता का खुला प्रदर्शन हुआ।
- हमले के चलते पूरे Karachi क्षेत्र में एयरबेस की सुरक्षा को लेकर हड़कंप मच गया।
यह हमला सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि रणनीतिक रूप से पाकिस्तान के एयर डिफेंस की कमर तोड़ने का तरीका था। भारत ने यह दिखा दिया कि उसकी प्रिसीजन-स्ट्राइक कैपेबिलिटी अंतरराष्ट्रीय मानकों पर कितनी आगे है और पाकिस्तान की सबसे महंगी एविएशन संपत्तियों को वे मिनटों में खत्म करने की ताकत रखते हैं। भारतीय वायुसेना की तरह-तरह की तैयारियों, इंटेलिजेंस और मिली सटीकता ने एक बार फिर दुश्मन को चौंका दिया।
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