मयंक यादव का शानदार डेब्यू
भारतीय क्रिकेट में समय-समय पर नए उभरते सितारे हमें देखने को मिलते हैं जो अपने अद्भुत प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचते हैं। ऐसा ही एक नाम है मयंक यादव का, जिन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ अपने पहले टी20 मुकाबले में ऐसी गेंदबाजी की जो भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ने वाला रहा। यादव की गेंदबाजी ने न केवल भारतीय फैंस को बल्कि पूरे विश्व को प्रभावित किया। इस न्यूकमर के पहले ही मैच में मेडन ओवर डालना और मुख्य बांग्लादेशी बैट्समैन महमुदुल्लाह रियाद को आउट करना भारतीय गेंदबाजी में नए मानदंड स्थापित कर गया।
तेज गति से गेंदबाजी
मयंक यादव की गेंदबाजी की चर्चा उनके गजब की रफ्तार के लिए जमकर हुई। यादव ने इस मुकाबले में लगातार 149.9 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से गेंदबाजी की। संभवतः यह प्रदर्शन इसलिए भी खास है क्योंकि उनके जैसा स्पीड स्टार पहले भारतीय आक्रमण पंक्ति में देखने को नहीं मिला था। मयंक की गतियों ने बल्लेबाजों को काफी परेशान किया और उन पर काफी दबाव डाल दिया। अपने करियर की शुरुआत में ही इस तरह की गति से गेंदबाजी करना दर्शाता है कि यादव भारतीय टीम के लिए लंबी रनिंग में कैसा प्रभाव डाल सकते हैं।
आईपीएल में यादव का प्रभाव
आईपीएल 2024 के दौरान यादव ने लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेलते हुए सबसे तेज गेंद फेंक कर सबका ध्यान खींचा था। 156.7 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उनकी गेंदबाजी ने उन्हें इस लीग में खास स्थान दिलाया। जबकि लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए यह एक सफलता की कहानी रही, मयंक के लिए यह करियर में आगे बढ़ने का आधार बना। उनकी सुंदर गति और कंट्रोल का प्रदर्शन आईपीएल में शानदार रहा, जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचने में बड़ी भूमिका निभाई।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संभावनाएं
भारतीय क्रिकेट में ऐसे खिलाड़ियों की हमेशा तलाश रहती है जो टीम में नया जोश और ऊर्जा भर सकें। मयंक यादव की अंतरराष्ट्रीय शुरुआत न केवल शानदार रही बल्कि उन्होंने अपनी गेंदबाजी से ऐसी संभावनाएं दिखाई जो भारतीय टीम को भविष्य में काफी लाभ पहुंचा सकती हैं। मयंक की उत्कृष्ट गति और स्पिनिंग क्षमता ने भारतीय चयनकर्ताओं को प्रभावित किया है, उनके इस प्रदर्शन के बाद उनसे आगे भी ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद की जाएगी। उनका यह डेब्यू निश्चित रूप से उनके भविष्य के क्रिकेट करियर की दिशा को नई ऊंचाईयों पर ले जाएगा।
टिप्पणि (18)
Keshav Kothari
149.9 km/h? ये तो बस एक बार देखा और लगा जैसे किसी ने बम फेंक दिया। ये गेंद बल्लेबाज के बाद भी दीवार पर चिपक जाती है।
Pratyush Kumar
मयंक की गेंदबाजी देखकर लगा जैसे भारत ने अचानक एक नया अस्त्र बना लिया हो। इस तरह की तेज़ गेंदबाजी अब टीम के लिए सिर्फ शॉट नहीं, बल्कि स्ट्रैटेजी बन गई है।
nishath fathima
यह बहुत अच्छा है कि हम अपने युवा खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मौका दे रहे हैं। लेकिन इससे पहले भी कई युवाओं को नज़रअंदाज़ कर दिया गया था।
DHEER KOTHARI
वाह यादव भाई ने तो दिल जीत लिया 😍 इतनी तेज़ गेंद और इतना कंट्रोल? ये तो अब नेशनल हीरो बन गए! 🙌🔥
vineet kumar
गेंदबाजी की रफ्तार तो महत्वपूर्ण है, लेकिन उसके साथ विचार भी चाहिए। एक तेज़ गेंदबाज़ अगर बल्लेबाज़ के मन में डर पैदा कर सके, तो वह असली खतरा बन जाता है। मयंक के पास ये दोनों हैं।
Deeksha Shetty
156.7 km/h IPL में और 149.9 इंटरनेशनल में? ये तो डेटा फेक है या फिर आईपीएल का बैल ज्यादा फुल है
Ratna El Faza
मैंने देखा था ये मैच, बस एक गेंद फेंकी और मैं उठ खड़ा हो गया। ये लड़का तो भारत का भविष्य है।
Nihal Dutt
ये सब बहुत अच्छा है पर क्या तुम्हें पता है कि ये गेंदबाजी अमेरिका के लोगों ने सिखाई थी? भारतीय तकनीक तो अब बेकार है।
Swapnil Shirali
अच्छा हुआ कि ये लड़का आया... वरना हम अभी तक बता रहे होते कि भारत में तेज़ गेंदबाज़ नहीं बनते। अब देखो, बन गया। बस अब उसे बार-बार खेलने दो, वरना फिर वो भी गायब हो जाएगा।
Upendra Gavale
जिंदगी एक गेंद है... और यादव ने उसे इतनी तेज़ी से फेंका कि ब्रह्मांड भी रुक गया 😎✨
abhimanyu khan
यह डेब्यू निश्चित रूप से प्रशंसा के लायक है। लेकिन यह भी स्पष्ट है कि भारतीय क्रिकेट संघ के चयन प्रक्रिया में लंबे समय से एक गहरी व्यवस्थागत विफलता थी। अब तक इस तरह के खिलाड़ियों को अनदेखा किया गया।
Jay Sailor
ये लड़का तो भारत के लिए नहीं, बल्कि दुनिया के लिए एक शानदार उपहार है। अब तक जिन लोगों ने भारत को बेवकूफ बताया, उन्हें ये देखकर अपनी गलती का एहसास होगा। ये तो देश की शान है।
Anindita Tripathy
मैंने इस मैच को देखा और आँखें भर आईं। ये लड़का बस एक खिलाड़ी नहीं, एक अनुपम प्रेरणा है। उसकी मेहनत का ये फल है।
Ronak Samantray
ये सब नियोन लाइट्स वाली चीज़ है। वास्तव में कोई नहीं जानता कि ये गेंदबाजी कैसे की गई। रिकॉर्ड बदले गए, लेकिन कौन जानता है कि ये नियंत्रित थे या नहीं।
Anil Tarnal
ये तो बस एक बार का शो है... अगले मैच में फिर वही गेंदबाजी करेगा या फिर गायब हो जाएगा? हम तो इस तरह के झूठे हीरो के लिए तैयार हैं।
Viraj Kumar
यह उत्कृष्ट प्रदर्शन है, लेकिन यह भी ध्यान देने योग्य है कि यह एक अस्थायी उपलब्धि है। एक अंतरराष्ट्रीय मैच में एक बार अच्छा प्रदर्शन करना, एक स्थायी खिलाड़ी बनने के लिए पर्याप्त नहीं है।
Shubham Ojha
यादव ने न सिर्फ गेंद फेंकी, बल्कि एक नई आत्मा भी जगाई। जैसे कोई बारिश के बाद नीला आकाश दिखे, वैसा ही लगा जब उसने गेंद फेंकी। ये तो भारत का नया सूरज है।
vineet kumar
अगर ये गेंदबाजी असली है तो ये बस शुरुआत है। अब तक तो बल्लेबाज़ों को बस गति के डर से डरना पड़ता था। अब वो अपने बल्ले के साथ भी खेलना सीखेंगे।