ब्राज़ील की रोमांचक जीत: मैक्सिको को 3-2 से हराया
टेक्सास के काइल फील्ड स्टेडियम में हुए एक रोमांचक मुकाबले में ब्राज़ील ने मैक्सिको को 3-2 से मात दी। यह मुकाबला कोपा अमेरिका से पहले एक फ्रेंडली मैच के रूप में खेला गया था, जिसमें ब्राज़ील के कोच डोरिवल जूनियर ने जनवरी में टीम की कमान संभालने के बाद कुछ महत्वपूर्ण खिलाड़ियों को आराम देने का फैसला किया। विनिसियस जूनियर, रॉड्रिगो और राफिन्हा जैसे स्टार खिलाड़ियों को आराम दिया गया, लेकिन फिर भी टीम ने एक शानदार प्रदर्शन किया।
प्रथदमिनट में पेरैरा का गोल
मैच की शुरुआत ब्राज़ील ने धमाकेदार तरीके से की। महज 5वें मिनट में एंड्रियास पेरैरा ने सावियो के शानदार पास से गोल कर टीम को बढ़त दिलाई। इस गोल ने मैक्सिको की टीम को चौंका दिया और उन्हें अपनी रणनीति पर फिर से विचार करना पड़ा।
पहले हाफ में मैक्सिको ने अधिकांश समय गेंद को अपने कब्जे में रखा, लेकिन वह अलिसन बेकर, जो कि घायल एडर्सन की जगह खेल रहे थे, को कोई चुनौती नहीं दे पाए। ब्राज़ील की डिफेंस ने मजबूत गेंद रोकने की काबिलियत दिखाई और पहले हाफ को 1-0 के स्कोर पर खत्म किया।
दूसरे हाफ में ब्राज़ील की बढ़त
दूसरे हाफ में भी ब्राज़ील ने अपने हमलावर खेल को जारी रखा। 52वें मिनट में, गेब्रियल मार्टिनेली ने यान कौटो के शॉट को टैप कर दूसरा गोल कर टीम की बढ़त को और मजबूत किया। यह गोल एदर मिलिताओ के लॉन्ग थ्रो-इन के बाद हुआ और यान कौटो ने खूबसूरती से इसे मार्टिनेली तक पहुँचाया।
मैक्सिको का संघर्ष
मैच के अंतिम 20 मिनट ने जबरदस्त रोमांच देखा। 73वें मिनट में, मैक्सिको के जूलियन क्विनोन्स ने गोल कर स्कोर 2-1 किया, जिससे उनकी टीम और समर्थकों में नई ऊर्जा का संचार हुआ। फिर 92वें मिनट में गुइलेरमो मार्टिनेज अयाला ने गोल कर स्कोर बराबरी पर ला दिया, और ऐसा लग रहा था कि मैच ड्रा पर खत्म होगा।
एंड्रिक का निर्णायक गोल
जैसे ही मैच खत्म होने के करीब था, ब्राज़ील के 17 वर्षीय नए खिलाड़ी एंड्रिक ने 96वें मिनट में निर्णायक गोल कर टीम को जीत दिलाई। विनिसियस जूनियर के क्रॉस से उन्होंने हेडर शॉट मारकर गोल किया। मैच के बाद एंड्रिक ने अपने प्रदर्शन का श्रेय भगवान और टीम के साथी खिलाड़ियों को दिया और कोच डोरिवल के कार्य की प्रशंसा की।
आगामी मुकाबले और कोपा अमेरिका की तैयारी
ब्राज़ील की टीम अब आगामी मुकाबलों और कोपा अमेरिका के लिए तैयारी में लगी है। वे अगले फ्रेंडली मैच में अमेरिका का सामना करेंगे, इसके बाद कोस्टा रिका, पैराग्वे और कोलंबिया से मुकाबला करेंगे। अमेरिकी धरती पर 20 जून से 14 जुलाई तक चलने वाला यह टूर्नामेंट फुटबॉल प्रेमियों के लिए एक बड़ा आकर्षण होगा।
इस जीत से टीम को प्रोत्साहन मिला है और वे आगामी चुनौतियों के लिए तैयार हैं। कोच डोरिवल के नेतृत्व में टीम ने अपने खेल में सुधार दिखाया है और यह देखना दिलचस्प होगा कि वे कोपा अमेरिका में किस तरह का प्रदर्शन करते हैं।
टिप्पणि (9)
Aashna Chakravarty
ये ब्राज़ील वाले हमेशा ऐसे ही चालाकी से जीतते हैं। देखो ना, विनिसियस और रॉड्रिगो को आराम देकर भी वो 3-2 से जीत गए। क्या ये सिर्फ टैलेंट नहीं है? ये सब अमेरिका और FIFA के साथ कनेक्टेड है। दुनिया भर में ब्राज़ील को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा प्लान है। ये फ्रेंडली मैच भी एक ट्रिक है। भारत को भी ऐसे ही टीम बनानी चाहिए, लेकिन हमारे खिलाड़ी तो फिटनेस भी नहीं करते।
Kashish Sheikh
वाह ये एंड्रिक तो बहुत अच्छा खेला 😍 बस 17 साल का है और इतना क्लच गोल! कोच डोरिवल ने बहुत अच्छा फैसला किया कि नए खिलाड़ियों को मौका दिया। ये टीम का भविष्य है ❤️ ब्राज़ील के युवा खिलाड़ी तो असली जादूगर हैं। भारतीय फुटबॉल अकादमी भी इसी तरह नए तालिम दें, तो हम भी दुनिया को दिखा सकते हैं 🙌
dharani a
अरे यार तुम सब ये बातें क्यों कर रहे हो? ये गोल तो बस एक फ्रेंडली मैच में हुआ। असली टेस्ट कोपा अमेरिका में होगा। और हाँ, एंड्रिक का हेडर तो बहुत अच्छा लगा, लेकिन उसका बेसिक टेक्निक अभी भी बेकार है। विनिसियस का क्रॉस भी बहुत धीमा था। अगर वो जल्दी फिर से गोल कर देता तो बात अलग होती। मैंने इसे 3 बार रिप्ले में देखा है।
Vinaya Pillai
हम्म... तो एक 17 साल का लड़का ने ब्राज़ील को जीत दिलाई... और तुम सब इसे 'टैलेंट' कह रहे हो? 😒 अगर तुम्हारे बच्चे इतना अच्छा खेलते हैं तो क्या तुम उन्हें घर पर भी ट्रेन करते हो? या फिर बस फोन पर वीडियो देखकर रोमांचित हो जाते हो? मैक्सिको की डिफेंस भी बहुत खराब थी... अगर इतनी आसानी से गोल हो जाते हैं तो कोपा अमेरिका में ब्राज़ील की क्या हालत होगी? 😅
mahesh krishnan
ये ब्राज़ील वाले बस बड़े बड़े नाम लेते हैं। विनिसियस नहीं खेला, रॉड्रिगो नहीं खेला, फिर भी जीत गए। ये तो बस लक है। भारत में भी अगर बच्चे खेलेंगे तो ऐसा ही होगा। बस बाहर जाकर फुटबॉल देखो। वो तो बस चलते हैं, गेंद लगती है तो गोल हो जाता है।
Deepti Chadda
मैक्सिको के गोल बिल्कुल बेकार थे और अलिसन बेकर ने तो बस खड़े रहकर देखा था 😤 अगर भारत ऐसा खेलता तो लोग बोलते कि ये तो बिल्कुल नहीं खेलते। ब्राज़ील के खिलाड़ी तो जन्म से ही फुटबॉल लेकर पैदा होते हैं 🇧🇷🔥
Anjali Sati
इतना फ्रेंडली मैच खेलने की क्या जरूरत? जब ब्राज़ील ने अपने स्टार्स को आराम दिया, तो ये जीत बहुत बड़ी बात नहीं है। मैक्सिको भी अपनी टीम नहीं लेकर आया था। ये सब बस टीवी के लिए नाटक है।
Preeti Bathla
एंड्रिक का गोल? बस एक अच्छा लक था। वो बच्चा तो बस अपने आप को दिखाना चाहता था। और ये ब्राज़ील कोच भी बहुत फेक है। जब वो विनिसियस को आराम दे रहा था तो उसने अपनी टीम को नुकसान पहुंचाया। इसके बाद भी वो जीत गया? ये तो बस बहाना है। मैं इस टीम को भरोसा नहीं करूंगी। अगर ये वाकई अच्छी है तो क्यों नहीं खेलते? 😒
Aayush ladha
तुम सब ये क्यों कह रहे हो कि ब्राज़ील जीत गया? ये मैच तो ड्रा होना चाहिए था। मैक्सिको का गोल 92वें मिनट में हुआ, तो वो जीतना चाहिए था। ब्राज़ील का आखिरी गोल बिल्कुल अनुचित था। ये फुटबॉल नहीं, टीवी ड्रामा है।