टेनिस नियम: खेल को समझना आसान बनाएं

टेनिस का नाम सुनते ही शायद आपको रैकेट, गेंद और बड़े कोर्ट की छवि आती होगी, पर असली मज़ा तो तभी आता है जब आप नियमों को समझते हैं। यहाँ हम सबसे ज़रूरी टेनिस नियमों को आसान भाषा में बता रहे हैं, ताकि आप कोर्ट में या टीवी पर मैच देखते समय पूरी तरह से जुड़े रहें।

सर्विंग और फॉल्ट

हर पॉइंट की शुरुआत सर्व से होती है। सर्व करने वाले खिलाड़ी को सबसे पहले बॉल को ज़मीन पर बाउंस कर के अपनी सर्विस बॉक्स में मारना होता है। दो सर्व करने का मौका मिलता है – पहला और दूसरा। अगर पहले सर्व में बॉल नेट को छू ले या सर्विस बॉक्स के बाहर गिरी तो इसे “फॉल्ट” कहा जाता है और दूसरा सर्व मिल जाता है। दोनो सर्व फॉल्ट हो जाएँ तो पॉइंट विरोधी को मिल जाता है।

सर्विस लाइन के पीछे खड़े होकर बॉल को ऊँचा और तेज़ मारना चाहिए, क्योंकि बॉल जितनी तेज़ होगी, विरोधी के लिए रिटर्न करना उतना ही मुश्किल होगा। लेकिन ध्यान रहे, बॉल को हमेशा कोर्ट के सही हिस्से में गिरना चाहिए, नहीं तो फॉल्ट माना जाएगा।

स्कोरिंग – खेल कैसे चलता है?

टेनिस में स्कोर 0 (लाईव), 15, 30, 40 और फिर गेम होता है। अगर दोनों खिलाड़ियों के स्कोर 40‑40 हों तो इसे “ड्यूस” कहते हैं। ड्यूस के बाद किसी भी खिलाड़ी को दो लगातार पॉइंट जीतने पड़ते हैं – पहला “एडवैंटेज” और दूसरा “गेम”। अगर एडवैंटेज वाले खिलाड़ी का पॉइंट नहीं चला और विरोधी ने लेन‑ड्यू किया तो फिर से स्कोर ड्यूस हो जाता है।

एक सेट में आमतौर पर पहली टीम को 6 गेम जीतने होते हैं, लेकिन अंतर कम से कम दो गेम होना चाहिए। अगर 6‑6 हो जाए तो टाई‑ब्रेक खेला जाता है, जहाँ पहले 7 पॉइंट किसी भी अंतर से जीतता है। कई टूरनमेंट में पुरुषों के मैच में 3 सेट (जैसे ऑस्ट्रेलियन ओपन) और महिलाओं के मैच में 2 सेट होते हैं।

कोर्ट को दो भागों में बांटा जाता है – सर्विस बॉक्स और बास्केट बॉक्स। सिंगल्स में साइड लाइनों के बीच खेलते हैं, जबकि डबल्स में बाहरी लाइनें भी शामिल होती हैं। ध्यान रखें, बॉल को हमेशा दाएँ या बाएँ सर्विस बॉक्स में ही गिरना चाहिए, नहीं तो फॉल्ट माना जाता है।

रवायती नियमों में “लेट” (ग्लाइस) भी है, जहाँ बॉल कोर्ट के बाहर तक गिरती है लेकिन जल्दी से वापस आती है और खिलाड़ी उसे रिटर्न नहीं कर पाते। ऐसे में पॉइंट विरोधी को मिल जाता है। लेकिन अगर बॉल नेट के ऊपर से गिरकर बाहर जाती है, तो वह “लेट” नहीं माना जाता, बल्कि फॉल्ट माना जाता है।

टेनिस में “फ़ॉल्ट” शब्द का प्रयोग दो जगहों पर होता है – सर्व में फॉल्ट और रैली में फॉल्ट। रैली में फॉल्ट तब होता है जब बॉल दो बार जमीन पर बाउंस करती है, नेट को छूती है या कोर्ट की सीमाओं के बाहर चली जाती है।

टेनिस का मज़ा तभी बढ़ता है जब आप इन बुनियादी नियमों को समझते हैं और कोर्ट में लागू करते हैं। चाहे आप न्यूबियों के साथ खेल रहे हों या प्रोफेशनल मैचा देख रहे हों, ये नियम आपके खेल को और भी रोचक बना देंगे। अब अगली बार जब आप टेनिस देखेंगे, या खुद रैकेट उठाएँगे, तो पूरी शांति से स्कोर ट्रैक कर सकते हैं और हर पॉइंट का मतलब जान पाएँगे।

  • जुल॰ 28, 2024

ऑलंपिक टेनिस के नियमों में बदलाव की मांग: जोकोविच की जीत और नए प्रस्ताव

नोवाक जोकोविच ने पेरिस ओलंपिक में मैथ्यू एबडेन के खिलाफ 6-0, 6-1 की जीत के बाद ओलंपिक टेनिस के नियमों में बदलाव की मांग की। जोकोविच का मानना है कि डबल्स खिलाड़ियों को अचानक सिंगल्स मैच में उतरने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।

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