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क्या आप जानते हैं कि शिवसेना 1966 में अण्णा बोस ने कैसे शुरू की? वो समय जब मराठी भाषा और संस्कृति को दरकिनार किया जा रहा था, बोस ने एक सख्त कदम उठाया। आज भी उनका नाम महाराष्ट्र की राजनीति में गूँजता है। चलिए, उनकी कहानी, उलझनें और अभी क्या चल रहा है, उस पर नजर डालते हैं।
अण्णा बोस ने शिवसेना को एक सामाजिक सक्रियता के रूप में शुरू किया। उनका मुख्य उद्देश्य मराठी युवाओं को काम‑काम में लाना, झुग्गियों को साफ‑सुथरा बनाना और स्थानीय व्यापार को बचाना था। उन्होंने ‘मराठी मान” को अपनी प्रमुख मांग बनाया। शुरुआती दिनों में उन्होंने ‘ड्राइव‑बाय‑ड्राइव’ जैसे सड़कों पर सफ़ाई अभियानों से लोगों का भरोसा जीत लिया।
समय के साथ पार्टी ने राजनीतिक समीकरण में कदम रखा। 1995 में वह पहली बार महाराष्ट्र में सरकार का हिस्सा बनी, और तब से कई बार गठबंधन बनाकर सत्ता में रही। उनके लिये ‘मराठी हित’ अभी भी सबसे बड़ा मुद्दा है, चाहे वह रोजगार की बात हो या भाषा की सुरक्षा।
अण्णा बोस की देह दिवंगत हो गई, पर उनकी बेटी आदित्य पायले ने पार्टी को संभाला। आज शिवाराम लोधे, शमीला पटेल और अन्य कई चेहरों के साथ शिवसेना मिलकर नयी रणनीति बना रही है। 2024 में महाराष्ट्र चुनाव के दौरान उन्होंने कोंडिशनली सपोर्ट वाले गठबंधन की बात की, जिससे बहुत चर्चा हुई।
वर्तमान में शिवसेना को दो बड़े सवालों का सामना करना पड़ रहा है। पहला, युवा वोटर्स को कैसे आकर्षित किया जाए, जबकि उनका मूल दर्शक अब उम्रदराज़ हो रहा है। दूसरा, नई राजनीतिक दलों और राष्ट्रीय पार्टियों के साथ गठबंधन में कैसे संतुलन बना रहे। इनके जवाब में पार्टी ने सोशल मीडिया पर अधिक सक्रिय होना शुरू किया, युवा मंचों में अपनी आवाज़ तेज़ की और मार्टीज़न को नई दिशा दी।
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संक्षेप में, शिवसेना का सफ़र एक आंदोलन से लेकर एक बड़े राजनीतिक दल तक का है। उनके मूल सिद्धांत अभी भी मराठी पहचान में जड़ें जमाए हुए हैं, लेकिन नई पीढ़ी के साथ उनका जुड़ाव कैसे बनता है, यही अब उनका असली टेस्ट है। इस पर नज़र रखें, क्योंकि आगे क्या होता है, यही महाराष्ट्र की दिशा तय करेगा।
मुंबई में हो रही भारी बारिश के कारण भारतीय रेलवे ने शुक्रवार को कई लोकल ट्रेनों को रद्द करने की घोषणा की है। मुख्य लाइन पर 54 उपनगरीय सेवाएं और हार्बर लाइन पर 14 सेवाएं प्रभावित होंगी। शिवसेना ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से अवकाश घोषित करने या वर्क-फ्रॉम-होम की अनुमति देने की माँग की है।
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