ओलंपिक टेनिस: क्या जानना ज़रूरी है?

टेनिस ओलंपिक का माहौल हर बार रोमांचक रहता है। चाहे आप खेल के दीवाने हों या सिर्फ दांव‑पैंत के फैंस, इस टैग पेज पर आपको ओलंपिक टेनिस के मुख्य नियम, प्रतियोगिता का समय‑सारणी और हमारे भारत के खिलाड़ियों की संभावनाएँ मिलेगी। चलिए, सीधे बात पर आते हैं।

ओलंपिक टेनिस के बुनियादी नियम

ओलंपिक में टेनिस सिंगल्स, डबल्स और मिक्स्ड डबल्स में मुकाबला होता है। प्रत्येक मैच बीस्ट-ऑफ़‑सेट (best‑of‑three) सेट में खेला जाता है, यानी दो सेट जीतने वाले को जीत माना जाता है। टाई‑ब्रेक 6‑6 पर लागू होता है, सिवाय फाइनल के होने पर जहाँ पाँचवें सेट में टाई‑ब्रेक नहीं लगाया जाता (हालाँकि इस नियम में बदलाव हो सकते हैं, इसलिए आधिकारिक घोषणा देखना बेहतर है)।

डेढ़‑सेकंड सर्विस रूल को भी ओलंपिक ने अपना लिया है, यानी सर्वर को दो बार सर्विस फॉल्ट मिलते ही पॉइंट खोना पड़ता है। यह नियम तेज़ी से खेल को आगे बढ़ाता है और दर्शकों को रोमांचक बनाए रखता है।

टाइम‑टेबल और प्रमुख मैच

2024 पेरिस ओलंपिक में टेनिस इवेंट 28 जुलाई से 8 अगस्त तक चलेगा। पहले दो दिन क्वालिफाइंग राउंड होंगे, उसके बाद क्वार्टर‑फ़ाइनल, सेमी‑फ़ाइनल और फाइनल क्रमशः 2‑3‑दिन के अंतराल पर खेलने को तय है। भारतीय खिलाड़ियों के मैच का टाइम‑टेबल जानने के लिए आधिकारिक ओलंपिक ऐप या हमारी साइट के ‘लाइव स्कोर’ सेक्शन को फॉलो करें।अगर आप फाइनल देखकर उत्साहित हैं, तो दो प्रमुख क्लासिक मैचों पर नजर रखें: पुरुष सिंगल्स फाइनल और मिक्स्ड डबल्स फाइनल। दोनों में टॉप रैंकिंग वाले खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं, इसलिए इनकी टाइमिंग अक्सर सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच होती है, जब भारत में भी लाइव देखा जा सकता है।

भारत के टेनिस सितारे और मेडल प्रॉस्पेक्ट्स

भारत के लिए टेनिस ओलंपिक में सबसे बड़ा आशा है शरमा दीवरा (कोच) के तहत तैयार हो रहे युवा खिलाड़ी अर्णव सिन्हा और अनुभवी रजनीकांत शम्पी। अर्णव ने हाल ही में ग्रैंड स्लैम में चौथा राउंड तक पहुंच कर अपनी फॉर्म दिखा दी है, और शम्पी के पास डबल्स में कई अंतरराष्ट्रीय टाइटल्स हैं।

अगर हम महिला सिंगल्स देखें, तो साक्षी मलिक की रैंकिंग लगातार ऊपर जा रही है। उनके तेज़ सर्व और मजबूत बैकहैंड ने उन्हें ओलंपिक में पेडल जीतने की संभावनाएँ बढ़ा दी हैं। विदेशी साइड से कई फावड़े के दावेदार आएंगे, पर भारतीय खिलाड़ियों की कड़ी तैयारी और कोचिंग स्टाफ की रणनीति उन्हें भी फिनिश तक ले जा सकती है।

कुल मिलाकर, भारत की टेनिस टीम को कम से कम एक पेडल का लक्ष्य रखना चाहिए। अभी तक कोई ताज़ा मेडल नहीं है, लेकिन पिछले ओलंपिक (रियो 2016) में रजनीकांत शम्पी ने डबल्स में क्वार्टर‑फ़ाइनल तक पहुंच कर अच्छा प्रदर्शन किया था। इस बार भी वही लक्ष्य संभव है।

फायदे और टिप्स – कैसे देखें और फॉलो करें

ओलंपिक टेनिस को लाइव देखना ढेरों तरीकों से संभव है। यदि आपके पास टीवी सब्सक्रिप्शन है, तो NDTV या Sony Sports नियमित रूप से प्रसारण करते हैं। ऑनलाइन स्ट्रीमिंग के लिए, आधिकारिक ओलंपिक ऐप या हमारी साइट पर ‘लाइव स्कोर’ सेक्शन मिल जाएगा, जहाँ आप रीयल‑टाइम स्कोर और हाइलाइट्स देख सकते हैं।

मैच देखते समय नोट्स बनाएं – कौन सा खिलाड़ी सर्विस में बेहतर है, कौन सा पॉइंट पर रैलियों को जीतता है। ऐसा करने से आप भविष्य में टेनिस को समझने और अपने पसंदीदा खिलाड़ी की प्रगति ट्रैक करने में मदद पाते हैं।

अंत में, अगर आप टेनिस में नया हैं या ओलंपिक के इतिहास को जानना चाहते हैं, तो हमारी ‘ओलंपिक टेनिस इतिहास’ आर्टिकल पढ़ें। इसमें पिछले मेडल विजेता, यादगार पलों और आँकड़ों का विवरण है। इस जानकारी को समझकर आप आगामी मैचों में भी अधिक जुड़ाव महसूस करेंगे।

तो तैयार हो जाइए, ओलंपिक टेनिस के रोमांच को पूरी तरह से एन्जॉय करने के लिए। हर सर्व, हर रैली आपके पास एक नया अनुभव लेकर आएगी। खेल का मज़ा लें, और भारत की जीत की उम्मीद रखें!

  • जुल॰ 28, 2024

ऑलंपिक टेनिस के नियमों में बदलाव की मांग: जोकोविच की जीत और नए प्रस्ताव

नोवाक जोकोविच ने पेरिस ओलंपिक में मैथ्यू एबडेन के खिलाफ 6-0, 6-1 की जीत के बाद ओलंपिक टेनिस के नियमों में बदलाव की मांग की। जोकोविच का मानना है कि डबल्स खिलाड़ियों को अचानक सिंगल्स मैच में उतरने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।

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