खोजने के लिए एंटर दबाएँ या बंद करने के लिए ESC दबाएँ
इटली और भारत सिर्फ राजनैतिक दोस्त नहीं हैं, बल्कि उनका जुड़ाव कई क्षेत्रों में गहरा है। खेल से लेकर व्यापार, टेक्नोलॉजी और संस्कृति तक, दोनों देशों की साझेदारी हर दिन नई ऊँचाइयों को छू रही है। अगर आप इस गठजोड़ की ताज़ा ख़बरें और उससे जुड़ा असर जानना चाहते हैं, तो सही जगह पर आए हैं।
क्रिकेट या फुटबॉल – जितना बड़ा लग सकता है, उतना ही रोचक भी है। हाल ही में इटली की फुटबॉल लीग ने भारतीय खिलाड़ियों को स्काउट करने की योजना बनाई है। ये पहल युवा टैलेंट को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाने में मदद करेगी। उसी तरह, इटली की रग्बी टीम ने भारत के साथ एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू किया है, जिससे दोनों देशों के खिलाड़ियों को नई तकनीकें सीखने का मौका मिलेगा।
इसके अलावा, इटली के खेल विज्ञान संस्थान और भारत के राष्ट्रीय खेल संस्थान ने मिलकर एक रिसर्च प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिसका लक्ष्य एथलीट की परफॉर्मेंस में सुधार लाना है। शुरुआती परिणाम दिखा रहे हैं कि प्रशिक्षण के तरीके में छोटे‑छोटे बदलाव से खिलाड़ी की गति और stamina में noticeable बढ़ोतरी हुई है।
इटली-भारत व्यापार 2020‑2024 में 15 % बढ़ा है, और यह रफ्तार आगे भी जारी रहने की उम्मीद है। प्रमुख क्षेत्रों में फैशन, ऑटो पार्ट्स और एग्री‑टेक शामिल हैं। इटली के लक्ज़री फ़ैशन ब्रांड अब भारत के मेट्रो शहरों में स्टोर खोल रहे हैं, जबकि भारतीय स्टार्ट‑अप्स इटली की मिड‑टेक इंडस्ट्री में साझेदारी खोज रहे हैं।
एक बड़ी खबर में, रोम और दिल्ली के बीच एक नई फ्री‑ट्रेड एग्रीमेंट पर बातचीत शुरू हुई है। इस एग्रीमेंट का मकसद कस्टम प्रक्रियाओं को आसान बनाना और दोनों देशों के SMEs (छोटे और मझोले उद्यम) को निर्यात‑आयात में मदद करना है। अगर यह एग्रीमेंट मंज़ूर हो जाता है, तो अगले पाँच साल में दोनो देशों की आर्थिक वृद्धि में कम से कम 2 % जोड़ हो सकता है।
तकनीकी सहयोग भी तेज़ी से बढ़ रहा है। इटली की इन्फॉर्मेशन टेक कंपनियां भारत में डेटा सेंटर्स खोल रही हैं, और इसके बदले भारतीय आईटी फर्में इटली के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में AI‑आधारित सॉल्यूशन दे रही हैं। यह दोनों पक्षों के लिए स्केलेबल बिज़नेस मॉडल बनाता है।
संस्कृति और शिक्षा के क्षेत्र में भी कई कदम उठाए जा रहे हैं। इटली-भारत सांस्कृतिक फेस्टिवल हर साल दो बड़े शहरों – रोम और मुंबई में आयोजित होता है, जहाँ फिल्म, संगीत, कला और खानपान का अदला‑बदली होती है। इस कार्यक्रम से युवा सबक सीखते हैं कि विविधता में ताकत होती है।
तो संक्षेप में, इटली-भारत साझेदारी सिर्फ क़ागज़ी समझौता नहीं, बल्कि हर दिन नई ख़बर और नई संभावनाएँ लाता है। चाहे आप खेल के शौकीन हों, व्यापारी हों या सिर्फ तकनीक में रुचि रखते हों, इस गठजोड़ के अपडेट्स आपके लिए उपयोगी रहेंगे। अगले लेख में हम इन सहयोगों के और भी गहरे प्रभावों पर नजर डालेंगे, इसलिए जुड़े रहें।
इटली के प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने दक्षिण इटली के अपुलिया क्षेत्र में हुए जी7 शिखर सम्मेलन का आधिकारिक समापन किया। इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई द्विपक्षीय वार्ताओं पर ज़ोर दिया, जिसमें 2022 में शुरू हुई रणनीतिक साझेदारी को मज़बूत करने के मुद्दे पर चर्चा हुई। मेलोनी ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में कंपनियों के लिए समान मंच की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
और देखें