खोजने के लिए एंटर दबाएँ या बंद करने के लिए ESC दबाएँ
भारत में हर कोने पर कुछ न कुछ धार्मिक जगह मिलती है जहाँ लोग आध्यात्मिक शांति और भक्ति की तलाश में आते हैं। अगर आप भी अपने मन को शांत करने या संस्कृति को करीब से जानना चाहते हैं, तो इस गाइड में पढ़ें कि कौन‑से धर्मस्थल जरूर देखे और कैसे तैयार रहें।
जगन्नाथ रथ यात्रा वाले पुरी का रथ यात्रा एक बड़ा धर्मस्थल है। हर साल लाखों श्रद्धालु यहाँ आते हैं, रथ में भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की यात्रा देख कर दिल खुश हो जाता है। इस यात्रा का इतिहास प्राचीन है और यह आध्यात्मिक एकता का प्रतीक है।
वहीं दक्षिण में कांचीपुरम के सिद्धार्थ मंदिर, उत्तर में हरिद्वार की गंगा किनारे की आश्रम, और पूर्वोत्तर में शिमला के डालहौशी मंदिर भी बहुत मशहूर हैं। हर जगह की पूजा‑पद्धति अलग‑अलग है, पर सबका मकसद दिल को शान्त करना है।
अगर आप थोड़ी अद्वितीय जगह चाहते हैं तो उत्तराखंड का हरिद्वार, जहां गंगा के जल में स्नान माना जाता है, या राजस्थान के पावण के जैन मंदिर देखिए। ये स्थान न सिर्फ धार्मिक हैं बल्कि प्राकृतिक सुंदरता से भी घिरे हुए हैं।
पहले यात्रा का प्लान बनाते समय बताते हैं कि कौन‑से त्यौहार या मेले के समय जाना बेहतर रहेगा। अक्सर त्यौहरों में भीड़ बढ़ जाती है, इसलिए अगर शांति चाहिए तो ऑफ‑सीजन में जाएँ।
आवागमन के लिए ट्रेन या बस से पहुंचना ज्यादा किफ़ायती होता है, पर अगर दूरी ज्यादा हो तो फ्लाइट से निकटतम हवाई अड्डे तक पहुंचें और फिर लोकल ट्रांसपोर्ट लें।
धर्मस्थल के पास अक्सर छोटी‑छोटी मिठाई की दुकानें या स्थानीय स्टॉल होते हैं। कुछ लोकप्रिय चीजें जैसे पुरी में सिवाड़ी लड्डू या वाराणसी में कचौड़ी ट्राय करें, लेकिन ज्यादा खर्च न करें।
धार्मिक नियमों का ध्यान रखें – जैसे मंदिर में जूते उतारना, कपड़े साफ‑सुथरे रखना, और पूजा‑स्थल में मोबाइल को साइलेंट मोड में रखना। अगर कोई विशेष रिवाज़ है तो स्थानीय लोग अक्सर मदद करेंगे, तो पूछने में हिचकिचाएँ नहीं।
अंत में, अपने साथ एक छोटा मेडिकल किट रखें – दर्द निवारक, पानी की बोतल, और हल्का स्नैक। लंबी यात्रा में थकान लग सकती है, लेकिन सही तैयारी से आप पूरे अनुभव का आनंद ले सकेंगे।
धर्मस्थल की यात्रा सिर्फ यात्रा नहीं, बल्कि आत्मा की खोज है। इन टिप्स को अपनाएँ और भारत के पवित्र स्थलों में शांति और ऊर्जा का अहसास करें।
कर्नाटक के धर्मस्थल में कथित ‘मास बरीअल’ विवाद फिर गर्माया है। एक कार्यकर्ता का दावा है कि पुलिस और मंदिर से जुड़े लोगों ने सबूत नष्ट किए, जिसका संकेत RTI जवाबों में दिखता है। मुख्य शिकायतकर्ता सीएन चिन्नैया को SIT ने झूठी गवाही के आरोप में गिरफ्तार किया, जबकि खुदाई में दो जगह आंशिक अवशेष मिले। जज पर लगी पक्षपात विवाद के बाद उन्होंने खुद को केस से अलग किया।
और देखें