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धन उगाही यानी मनी लॉन्ड्रिंग, वो प्रक्रिया है जिसमें अवैध धनों को वैध दिखाने की कोशिश की जाती है। अक्सर इसका इस्तेमाल अपराधी लोग अपने गैरकानूनी कमाई को छुपाने के लिए करते हैं। आप भी सोच रहे होंगे कि ये कैसे होता है? आम तौर पर तीन चरण होते हैं: प्लेसमेंट (धन को सिस्टम में डालना), लेयरिंग (धन को कई लेन‑देन से घुमा‑फिरा देना) और इंटीग्रेशन (धन को फिर से वैध बनाकर इस्तेमाल करना)।
हाल में कई बड़े केस सामने आए हैं। उदाहरण के तौर पर, कुछ बड़े खेल आयोजन और फिल्म प्रोडक्शन में धन उगाही के संकेत मिले हैं, जहाँ बड़े बजट का उपयोग बिना स्पष्ट स्रोत के किया गया। इस तरह के मामलों में जांच एजेंसियों ने अक्सर वित्तीय लेन‑देन की गहराई में जाकर पता लगाया कि धन कहां से आया। इसी तरह, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कई बड़े बैंकों पर नियामकों द्वारा दांव पर लगा दिया गया है कि वे अपना कस्टमर ड्यू डिलिजेंस (CDD) सख्त रखें।
अगर आप व्यक्तिगत या व्यापारिक तौर पर सुरक्षित रहना चाहते हैं, तो कुछ सरल उपाय अपनाए जा सकते हैं। पहले तो हर लेन‑देन का रिकॉर्ड रखें और अगर कोई अनजाना बड़ा पैसा आ रहा हो तो स्रोत पूछें। छोटे व्यापारियों के लिए, अपने बैंकिंग पार्टनर को रेगुलेशन अपडेट्स के बारे में लगातार बताते रहना फायदेमंद रहेगा। दूसरा, डिजिटल पेमेंट प्लेटफ़ॉर्म की दो‑फ़ैक्टर ऑथेंटिकेशन और एन्क्रिप्शन फीचर का इस्तेमाल ज़रूर करें – इससे हैकर्स के पास पैसे चोरी करना मुश्किल हो जाता है।
तीसरा, सरकारी और निजी संस्थाएँ जो अपने कस्टमर वेरिफिकेशन में सख्त हैं, उनके निर्देशों को फॉलो करना चाहिए। यदि कोई क्लाइंट बड़ी राशि असामान्य तरीके से ट्रांसफर करता है, तो ‘सस्पिशियस एक्टिविटी रिपोर्ट’ (SAR) फ़ाइल करना न भूलें। चौथा, अपने कर्मचारियों को नियमित प्रशिक्षण दें। कई बार अंदर से ही अनजाने में लेन‑देन हो सकते हैं अगर टीम को रूल‑ऑफ़‑ड्यूटी नहीं पता।
आखिर में, यदि आप किसी बड़े प्रोजेक्ट में निवेश कर रहे हैं तो जाँच‑परत (Due Diligence) अवश्य करें। अपने वकील या ऑडिटर से बताएँ कि सभी फंड्स का ट्रैसिंग होना चाहिए – इससे भविष्य में कानूनी समस्याओं से बचा जा सकता है। याद रखें, रोकथाम में छोटी‑छोटी सावधानियाँ बड़ी बचत बनती हैं।
धन उगाही के बारे में अधिक जानने के लिए हम नियमित रूप से नई खबरें और केस स्टडीज़ पोस्ट करते रहते हैं। आप भी इस टैग पेज को फॉलो करके अपडेट रह सकते हैं और अपने व्यवसाय या व्यक्तिगत फाइनेंस को सुरक्षित रख सकते हैं।
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