खोजने के लिए एंटर दबाएँ या बंद करने के लिए ESC दबाएँ
जब हम Capacity Building Programme, एक ऐसी योजना है जो व्यक्तियों और संगठनों की क्षमताओं को सुधारने के लिए प्रशिक्षण, संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान करती है. इसे कभी‑कभी क्षमता निर्माण कार्यक्रम भी कहा जाता है, और इसका मुख्य उद्देश्य सीखने‑सिखाने के अवसर बढ़ाना है। इस कार्यक्रम के बिना आज के तेज़‑रफ़्तार उद्योग में कोई भी टिक नहीं सकता।
इस योजना के सबसे निकट जुड़े विषय में Skill Development, कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिये विभिन्न कोर्स और सर्टिफ़िकेट प्रदान करता है. Capacity Building Programme सीधे Skill Development को शामिल करता है क्योंकि यह व्यक्तियों को नई तकनीकों और कार्य‑शैलियों से परिचित कराता है। स्टेशनों पर आयोजित वर्कशॉप से लेकर ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म तक, यह जुड़ाव उद्योग‑विशिष्ट मांगों को पूरा करता है।
एक और मुख्य घटक है Training Modules, संरचित पाठ्यक्रम जो सिद्धांत, प्रैक्टिकल और मूल्यांकन को मिलाकर बनते हैं. ये मॉड्यूल Capacity Building Programme के भीतर Skill Development को सुदृढ़ करने में मदद करते हैं। प्रत्येक मॉड्यूल में अनुभवी प्रशिक्षक, केस‑स्टडी और फ़ीडबैक सत्र शामिल होते हैं, जिससे सीखने वाले वास्तविक काम में तुरंत लागू कर सकें। इस प्रकार, प्रशिक्षण के परिणाम न सिर्फ सैद्धांतिक होते बल्कि व्यावहारिक भी होते हैं।
जब सरकारी नीतियों की बात आती है, तो Government Initiatives, विभिन्न राष्ट्रीय योजनाएँ जो कौशल एवं रोजगार पर केंद्रित होती हैं सीधे Capacity Building Programme को प्रभावित करती हैं। केंद्र और राज्य दोनों स्तर पर चल रही पहलें वित्तीय समर्थन, निकास‑पोर्टल, और मानक‑निर्धारण के माध्यम से इस कार्यक्रम को गति देती हैं। उदाहरण के तौर पर, स्किल इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसे मिशन प्रशिक्षण को बड़े पैमाने पर विस्तारित करते हैं, जिससे ज्यादा लोग इस कार्यक्रम से लाभान्वित हो पाते हैं।
अंत में, Corporate Partnerships, निजी कंपनियों के साथ सहयोग जो प्रशिक्षण, इंटर्नशिप और प्लेसमेंट प्रदान करते हैं इस योजना को व्यावसायिक वास्तविकता से जोड़ते हैं। कंपनियाँ अपने उद्योग‑विशिष्ट ज्ञान को मॉड्यूल में लाती हैं, और बदले में कुशल कार्यबल हासिल करती हैं। इस सहयोग से न सिर्फ नौकरी के अवसर बढ़ते हैं, बल्कि सीखने वाले को वास्तविक प्रोजेक्ट अनुभव भी मिलता है। इसलिए, Corporate Partnerships Capacity Building Programme के लिए एक महत्वपूर्ण स्तंभ बन जाता है।
इन सभी घटकों – स्किल डेवलपमेंट, ट्रेनिंग मॉड्यूल, सरकारी पहल और कॉर्पोरेट साझेदारी – को समझकर आप देखेंगे कि कैसे Capacity Building Programme आज के रोजगार बाजार में बदलाव लाता है। आगे नीचे आप विभिन्न लेखों में इन विषयों की विस्तृत चर्चा, सफलता की कहानियाँ और व्यावहारिक टिप्स पाएँगे, जो आपके सीखने के सफ़र को आसान बनाएँगे।
CBSE ने पटना में आयोजित राष्ट्रीय शिक्षक सम्मेलन 2025 में 14 नए Capacity Building Programme (CBP) शुरू किए। ये कार्यक्रम अक्टूबर 2025 से शुरू होकर Prashikshan Triveni के अंतर्गत संचालित होंगे। हिन्दी, संस्कृत, पेंटिंग, विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, अर्थशास्त्र और STEM जैसे विषयों को कवर करेंगे। लक्ष्य शिक्षकों की क्षमताओं को NEP‑2020 के अनुरूप बेहतर बनाना है। कार्यक्रम 50 घंटे की वार्षिक अनिवार्य प्रशिक्षण नीति के हिस्से के रूप में पेश किए गए हैं।
और देखें