CBSE के 14 नए शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम – NEP 2020 के तहत

CBSE के 14 नए शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम – NEP 2020 के तहत

CBSE ने नई शिक्षक क्षमता निर्माण पहल का अनावरण

पटना, बिहार में हुए राष्ट्रीय शिक्षक सम्मेलन 2025 में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 14 नए CBSE शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों की घोषणा की। यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम फ्रेमवर्क (NCF‑SE) 2023 के साथ तालमेल बिठाने के उद्देश्य से उठाया गया है। कार्यक्रमों का प्रारंभिक सत्र अक्टूबर 2025 से शुरू होगा और यह CBSE के ‘Centre of Excellence’ के तहत Prashikshan Triveni पहल द्वारा आयोजित किया जाएगा।

समर्थक शिक्षकों के लिए यह पहल एक बड़ी घोषणा है क्योंकि यह केवल एक कार्यशाला नहीं, बल्कि एक विस्तृत पाठ्यक्रम है जो निरंतर पेशेवर विकास (CPD) के हिस्से के रूप में 50 घंटे की वार्षिक अनिवार्य प्रशिक्षण को सशक्त बनाता है। यह सुनिश्चित करेगा कि स्कूलों में अध्यापक आधुनिक pedagogical तरीकों से लैस हों और छात्रों के सीखने के परिणाम बेहतर हों।

प्रोग्राम की मुख्य विशेषताएँ और विषय चयन

प्रोग्राम की मुख्य विशेषताएँ और विषय चयन

इन 14 Capacity Building Programme (CBP) में कुल मिलाकर भाषा, कला, गणित, विज्ञान और कौशल विकास के विविध क्षेत्रों को शामिल किया गया है। प्रमुख कार्यक्रम निम्नलिखित हैं:

  • हिंदी (कक्षा 10 ‘B’ पाठ्यक्रम) – पाठ समझ, प्रश्न निर्माण और मूल्यांकन पर फोकस।
  • संस्कृत – प्राचीन ग्रन्थों की आधुनिक शिक्षण पद्धतियों से प्रस्तुति।
  • पेंटिंग – दृश्य कला को कक्षा में समावेशी बनाना।
  • विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और गणित के लिए competency‑based assessment design (मिडिल और सेकेंडरी स्तर)।
  • कक्षा XII के लिए मॉड्यूलर अर्थशास्त्र – राष्ट्रीय आय और संबंधित आँकड़ों की व्याख्या।
  • खेल के माध्यम से मूल्य शिक्षा – टीमवर्क और नैतिकता पर आधारित सत्र।
  • STEM शिक्षा – प्रोजेक्ट‑आधारित लर्निंग और प्रयोगात्मक सत्र।

प्रत्येक मॉड्यूल दो मुख्य उद्देश्यों को साकार करता है: पहले, शिक्षकों को अवधारणाओं को आसानी से समझाने के लिए व्यावहारिक रणनीति प्रदान करना, और दूसरे, छात्रों को वास्तविक जीवन के परिदृश्यों में ज्ञान लागू करने योग्य बनाना। कार्यक्रम में संरचित सत्र‑योजनाएँ, मूल्यांकन रूब्रिक, बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ), वर्णनात्मक उत्तर और केस‑आधारित प्रश्नों के निर्माण के लिए टेम्पलेट शामिल हैं। ये टूल NEP‑2020 के competency‑based शिक्षा मॉडेल के अनुरूप हैं।

प्रशिक्षण में आधुनिक तकनीकी साधनों का भी उपयोग होगा—ऑनलाइन सिमुलेशन, इंटरैक्टिव व्हाइटबोर्ड, और मल्टी‑मीडिया सामग्री को शामिल किया जाएगा। इससे शिक्षकों को कक्षा में नई सीखने की विधियों को आज़माने का अवसर मिलेगा, जबकि छात्रों की भागीदारी भी बढ़ेगी।

समग्र रूप से, यह पहल शिक्षक समुदाय को एक सुसंगत, अद्यतित और भविष्य‑उन्मुख कौशल सेट प्रदान करने का लक्ष्य रखती है। इससे न केवल व्यक्तिगत शिक्षक की क्षमता में सुधार होगा, बल्कि पूरे भारतीय शैक्षिक परिदृश्य में गुणवत्ता का स्तर भी ऊँचा उठेगा।