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भूशी डैम महाराष्ट्र के भुईंचा जिले में है और राज्य की पानी‑संकट समाधान में अहम भूमिका निभाता है। यहाँ का जल स्तर, बिजली उत्पादन और पर्यटन से जुड़ी खबरें रोज़ बदलती रहती हैं, इसलिए हम आपको हालिया अपडेट एक जगह दे रहे हैं। पढ़ते‑पढ़ते आप समझ जाएंगे कि इस डैम से आपके दैनिक जीवन पर कैसे असर पड़ता है।
अभी भूशी डैम का जल स्तर लगभग 78 % तक पहुंचा है, जो मानसून के बाद का सामान्य स्तर है। पिछले पाँच सालों में इस डैम का औसत जल स्तर 70‑80 % के बीच रहा है, जिससे जल आपूर्ति में स्थिरता बनी रहती है। जल स्तर में अचानक गिरावट तब देखी जाती है जब पूर्वी महाराष्ट्र में सूखे की स्थिति बनती है, तब राज्य जल नियंत्रण बोर्ड तुरंत आपूर्ति को समायोजित करता है।
सरकार ने इस साल एक नई मॉनिटरिंग प्रणाली लागू की है, जिससे किसान और गृहस्थ实时 (रियल‑टाइम) डेटा देख सकते हैं। इस सिस्टम से नज़र रखने वालों को बाढ़ के खतरे या जल कम होने के समय शीघ्र चेतावनी मिलती है, जिससे पहले से तैयारी आसान हो जाती है।
भूशी डैम में स्थापित जलविद्युत संयंत्र 30 MW की क्षमता रखता है। यह बिजली मुख्यतः ग्रामीण क्षेत्रों और छोटे उद्योगों को सप्लाई करता है, जिससे अतिरिक्त लागत बचती है। पिछले दो वर्षों में इस संयंत्र ने राज्य ग्रिड को लगभग 1,200 MW ऊर्जा दी है, जिससे महाराष्ट्र की कुल बिजली उत्पादन में 2 % का इजाफा हुआ है।
सरकार ने इस परियोजना को और बढ़ाने की योजना बनाई है। योजना के तहत अतिरिक्त 20 MW की टर्बाइन लगाई जाएँगी, जिससे अल्पकालिक रोजगार और दीर्घकालिक ऊर्जा सुरक्षा दोनों को लाभ मिलेगा। स्थानीय किसानों को भी अतिरिक्त लाभ मिलेगा, क्योंकि जल स्तर नियंत्रित रहने से सिंचाई अधिक भरोसेमंद हो जाएगी।
भूशी डैम के आसपास की बुनियादियों में सुधार भी तेज़ी से हो रहा है। नई सड़कें, बेहतर मोबाइल कवरेज और सफ़ाई सुविधाएँ ग्रामीण लोगों की जिंदगी को आसान बना रही हैं। पर्यटन विभाग ने डैम के किनारे देखे‑से देखे झील के किनारे छोटे कैफ़े और व्यावसायिक शॉप खोलने की अनुमति दी है, जिससे स्थानीय रोजगार में इजाफा होगा।
अगर आप निकटतम क्षेत्रों में रहने वाले हैं या पर्यटक हैं, तो डैम के आसपास की सैर, नौका विहार और फोटोग्राफी के मौके काफी आकर्षक हैं। मानसून में हरियाली और जल धारा का दृश्य एक अनोखा अनुभव देता है। शाम के समय डैम की लाइटिंग भी खूबसूरत दृश्य बनाती है, जिससे फ़ोटो ख़ास बनते हैं।
संक्षेप में, भूशी डैम न सिर्फ़ पानी की आपूर्ति के लिए महत्त्वपूर्ण है, बल्कि उसकी जलविद्युत उत्पादन और पर्यटन संभावनाएँ भी राज्य की अर्थव्यवस्था को सपोर्ट करती हैं। नई तकनीक और बेहतर प्रबंधन के साथ यह डैम आगे भी बड़ी भूमिका निभाता रहेगा। आप खेल परिणाम पर इन अपडेट्स को नियमित रूप से फॉलो करके हमेशा अपडेट रह सकते हैं।
रविवार को लोनावला के भूशी डैम के पीछे जलप्रपात में पिकनिक के दौरान धोके से बहे एक नवविवाहित दंपति और उनके परिवार को पुलिस, सेना और स्थानीय स्वयंसेवकों ने बचाया। दुर्भाग्यवश, इस दुःखद घटना में चार लोगों की मौत हो गई, जिसमें तीन बच्चे शामिल थे।
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