अखिलेश यादव – उत्तर प्रदेश की राजनीति का अहम चेहरा

अगर आप उत्तर प्रदेश की राजनीति फॉलो करते हैं तो अखिलेश यादव का नाम सुनते‑ही सुनते थक जाते हैं। 2012‑2017 तक सीएम रहे ये नेता, अब भी हर बड़ी चर्चा में होते हैं। इस पेज पर हम उनके करियर के मुख्य मोड़, हालिया खबरें और आगे की संभावनाओं को आसान भाषा में लाएंगे।

अखिलेश यादव की राजनीतिक सफर

अखिलेश यादव ने 2000 के दशक में अपने पिता मुलानी के पदच्युत होने के बाद राजनीति में कदम रखा। 2002 में उन्होंने पहली बार MLA चुने जाने के बाद धीरे‑धीरे पार्टी में अपना प्रभाव बढ़ाया। 2012 में जब उन्होंने 25 साल की उम्र में यूपी के मुख्यमंत्री बने, तो पूरी देश में सरहदें हिल गईं। उनके तिन साल के टर्म में हाई‑स्पीड रेल, मोटर साइकिल लाइसेंस और मॉडल स्कूल जैसे कई बड़े प्रोजेक्ट शुरू हुए। लेकिन साथ‑साथ शिक्षा‑स्वास्थ्य में सुधार की कमी और कानून व्यवस्था के मुद्दे भी चर्चा में रहे।

2017 में उन्होंने फिर से चुनाव लड़ा, लेकिन बड़े अंतर से हार गए। इस हार ने पार्टी को नए दावेदारी और गठबंधन की जरूरत महसूस करवाई। 2022 के बायपास चुनावों में उन्होंने दो सीटें जीत कर अपना राजनीतिक संकल्प दिखाया। अब वह अगले विधानसभा चुनाव और सम्भावित लोकसभा चुनाव की तैयारियों में व्यस्त हैं।

वर्तमान समय में अखिलेश यादव की मुख्य गतिविधियाँ

आजकल अखिलेश यादव काफी एक्टिव हैं। वह सोशल मीडिया पर अपनी राय शेयर करते हैं, किसान आंदोलनों में भाग लेते हैं और महिलाओं की सुरक्षा के लिये नई पहल की बात करते हैं। हाल ही में उन्होंने "यूपी विकास योजना 2025" के तहत नई बुनियादी सुविधाओं के लिये प्रस्ताव रखा, जिसमें ग्रामीण इलाकों में कनेक्टिविटी और शौचालय बनाने का वादा है। इस योजना को उन्होंने राज्य के 7 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया है।

विधायी स्तर पर भी वे सक्रिय हैं। लाते हुए वाक्यांश "लोकतंत्र की जड़ में जमीनी मुद्दे होते हैं" को बार‑बार दोहराते हैं और विपक्षी पार्टियों के साथ मिलकर कई बिल पारित करवाए हैं। उदाहरण के लिए, उन्होंने महिला सुरक्षा कानून में सुधार लाने के लिये एक विशेष समिति का गठन किया।

भविष्य की दिशा पर बात करें तो अखिलेश यादव ने कहा है कि 2024‑2025 में बीजेपी‑सपा गठबंधन को तोड़ने के लिये "जनसमर्थन" बढ़ाना उनका प्राथमिक लक्ष्य होगा। वे छोटे शहरों और गांवों में प्रचार कार्यक्रम बढ़ा रहे हैं, जहाँ उनकी लोकप्रियता अभी भी कड़ी है।

अगर आप उनके बारे में और जानना चाहते हैं, तो इस पेज पर नई खबरें, इंटरव्यू और विश्लेषण नियमित रूप से अपडेट होते हैं। पढ़ते रहिए, सवाल पूछिए, और राजनीति की असली समझ पाते चलिए।

  • जुल॰ 3, 2024

क्यों चूक रही सरकार? : हाथरस की भगदड़ पर अखिलेश यादव का सवाल

उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में धार्मिक समारोह के दौरान मची भगदड़ में कम से कम 107 लोगों की मौत हो गई, इनमें अधिकतर महिलाएं थीं। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकारी तैयारियों पर सवाल उठाते हुए इसे सरकार की नाकामी करार दिया। बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी दुःख व्यक्त किया और जांच की मांग की।

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