दिल्ली में जल संकट पर मंत्री आतिशी की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की धमकी

दिल्ली में जल संकट पर मंत्री आतिशी की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की धमकी

दिल्ली को जल संकट का सामना

दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राजधानी में जल संकट का समाधान करने की मांग की है। अपने पत्र में आतिशी ने जल संकट के गंभीर परिणामों को रेखांकित करते हुए चेतावनी दी है कि यदि इस समस्या का समाधान दो दिनों के भीतर नहीं किया गया, तो वे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगी।

आतिशी ने अपने पत्र में कहा है कि दिल्ली हरियाणा से अपनी हिस्सेदारी का पूरा पानी नहीं प्राप्त कर पा रही है। दिल्ली को सिर्फ़ 513 मिलियन गैलन प्रति दिन (MGD) पानी मिल रहा है, जबकि उसकी संचित मात्रा 613 एमजीडी है। इस जल संकट के कारण 28 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो रहे हैं।

हरियाणा पर आरोप

आतिशी ने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाया है कि वह अपनी जल वितरण की जिम्मेदारियों को निभाने में असफल रही है। उन्होंने इस समस्या को हल करने के लिए हरियाणा सरकार को भी कई पत्र लिखे हैं। उनके अनुसार, हरियाणा सरकार अपनी संचित जल मात्रा देने में विफल रही है, जिससे दिल्ली में जल संकट गहराता जा रहा है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

इस मुद्दे पर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गए हैं। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आतिशी पर नाटक करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार जल चोरी और काले बाजारी पर अंकुश लगाने में नाकाम रही है और अब इस मुद्दे पर ध्यान हटाने के लिए यह नाटक किया जा रहा है। सचदेवा ने आगे कहा कि AAP सरकार को उसके इस निष्क्रियता के लिए बर्खास्त किया जाना चाहिए।

दिल्ली कांग्रेस प्रमुख देवेंद्र यादव ने भी आतिशी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि आतिशी को बहुत पहले ही प्रधानमंत्री को पत्र लिखना चाहिए था। यादव ने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार को जल उपलब्धता और वितरण के लिए एक बेहतर योजना बनानी चाहिए थी ताकि इस समस्या का कोई स्थायी समाधान निकल सके।

जल संकट का प्रभाव

दिल्ली में जल संकट नई चीज नहीं है। कई वर्षों से गर्मियों के महीनों में जल संकट की स्थिति उत्पन्न होती रही है। जल संकट के कारण आम जनता को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। पानी की कमी के कारण स्कूल, सरकारी दफ्तर और अस्पताल भी प्रभावित होते हैं।

जल संकट का सबसे अधिक प्रभाव झुग्गी-झोपड़ी बस्तियों और निम्न आयवर्ग के परिवारों पर पड़ता है। इन क्षेत्रों में लोग लंबे समय तक पानी की कमी से जूझते हैं और उन्हें पानी के टैंकरों पर निर्भर रहना पड़ता है।

समाधान की दिशा में प्रयास

समाधान की दिशा में प्रयास

दिल्ली सरकार इस समस्या के समाधान के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रही है। जल पुनर्भरण परियोजनाओं के साथ-साथ झीलों और तालाबों का पुनर्जीवन भी सरकार की प्राथमिकता में है। इसके अलावा, दिल्ली जल बोर्ड के माध्यम से भी जल वितरण प्रणाली को मजबूत किया जा रहा है।

परंतु, इन योजनाओं के बावजूद जल संकट का समाधान अब तक नहीं हो पाया है। हरियाणा और दिल्ली के बीच जल वितरण को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है और इसे हल करना दोनों सरकारों के लिए एक बड़ी चुनौती है।

भविष्य की चुनौतियाँ

आने वाले समय में जल संकट और भी गंभीर हो सकता है। जलवायु परिवर्तन, तेजी से बढ़ती जनसंख्या और जल संसाधनों का अप्रबंधित उपयोग इस संकट को और बढ़ा सकते हैं। ऐसे में, जल संरक्षण और स्थायी जल प्रबंधन की दिशा में ठोस कदम उठाना अत्यंत आवश्यक है।

दिल्ली जैसे बड़े शहरों को अपनी जल आवश्यकता पूरी करने के लिए अधिक समन्वित और संगठित प्रयास करने की आवश्यकता है। सामुदायिक भागीदारी, जल पुनर्भरण, तालाबों का संरक्षण और जल संरक्षण से संबंधित जागरूकता अभियान इस दिशा में मददगार साबित हो सकते हैं।

समापन

समापन

दिल्ली का जल संकट एक गंभीर मसला है और इसे हल करने के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है। मंत्री आतिशी का अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की धमकी इस समस्या की गंभीरता को और उभारती है। देखना यह है कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर इस समस्या का समाधान कैसे करती हैं और आम जनजीवन को राहत दिलाने में सफल होती हैं या नहीं।

टिप्पणि (11)

  1. Keshav Kothari
    Keshav Kothari
    21 जून, 2024 AT 11:26 पूर्वाह्न

    ये सब नाटक है। AAP जल चोरी रोकने के बजाय बाहरी बकवास कर रही है। 28 लाख लोगों को पानी नहीं मिल रहा, लेकिन मंत्री का फोन बज रहा है।

  2. DHEER KOTHARI
    DHEER KOTHARI
    23 जून, 2024 AT 07:47 पूर्वाह्न

    पानी की कमी से लड़ने के लिए भूख हड़ताल? 😅 ये तो बच्चों की चाल है। हरियाणा के साथ बातचीत करो, नाटक नहीं। और हाँ, घरों में टैंकर का पानी भी ठीक से फिल्टर करो। 🌊🙏

  3. vineet kumar
    vineet kumar
    24 जून, 2024 AT 21:52 अपराह्न

    जल संकट एक बहुआयामी समस्या है। हरियाणा का आरोप और दिल्ली का आरोप दोनों आधारहीन नहीं हैं। लेकिन असली समस्या तो जल पुनर्भरण की कमी है। तालाब, झीलें, भूजल रिचार्ज - इन पर निवेश करो। नाटक नहीं, विज्ञान चाहिए।

  4. Deeksha Shetty
    Deeksha Shetty
    26 जून, 2024 AT 02:28 पूर्वाह्न

    ये सब बकवास बंद करो। AAP ने 10 साल में क्या किया? टैंकरों का भ्रष्टाचार चल रहा है और वो भूख हड़ताल की धमकी दे रही हैं। जल बोर्ड के अधिकारी बैठे हैं या घर पर हैं? कोई जांच करो। कोई जवाब दो।

  5. Ratna El Faza
    Ratna El Faza
    27 जून, 2024 AT 13:15 अपराह्न

    मैं तो सिर्फ यही कहूंगी कि हम सब मिलकर बर्तन में पानी बर्बाद न करें। नहाने के बाद पानी गिर रहा है तो उसे एक बाल्टी में ले लो। छोटी बातें बड़े बदलाव ला सकती हैं। 🤍

  6. Nihal Dutt
    Nihal Dutt
    27 जून, 2024 AT 20:06 अपराह्न

    ये सब एक बड़ा षड्यंत्र है। जल संकट तो सिर्फ़ एक ढोंग है। असल में केंद्र ने दिल्ली को पानी रोकने का फैसला किया है। ये भूख हड़ताल भी बनाई गई है ताकि AAP को नकारात्मक बनाया जा सके। और हाँ, टैंकर वाले भी सब के साथ साजिश कर रहे हैं।

  7. Swapnil Shirali
    Swapnil Shirali
    28 जून, 2024 AT 22:49 अपराह्न

    मंत्री ने भूख हड़ताल की धमकी दी... और हरियाणा ने बस इतना कहा कि 'हम भी पानी के लिए लड़ रहे हैं'। अरे भाई, दोनों राज्य अपने बच्चों के लिए नहीं, अपने वोटों के लिए लड़ रहे हैं। जल संकट का नाम लेकर राजनीति करना बंद करो।

  8. abhimanyu khan
    abhimanyu khan
    29 जून, 2024 AT 14:53 अपराह्न

    सामाजिक और आर्थिक असमानता के आधार पर जल वितरण का विश्लेषण करना आवश्यक है। दिल्ली के उच्च आय वर्ग के लिए पानी की आपूर्ति अनिर्णयित रूप से सुदृढ़ है, जबकि निम्न आय वर्ग के लोग टैंकरों पर निर्भर हैं। यह एक संरचनात्मक अन्याय है जिसे राजनीतिक नाटकों से नहीं, बल्कि न्यायपालिका के द्वारा दूर किया जाना चाहिए।

  9. Jay Sailor
    Jay Sailor
    30 जून, 2024 AT 09:10 पूर्वाह्न

    हरियाणा के पानी को दिल्ली ले जाने का नाम लेना ही अपराध है। जब हरियाणा के किसानों के लिए पानी कम है, तो दिल्ली के लिए बर्बादी क्यों? दिल्ली को अपने अपने जल संसाधनों को बचाना चाहिए। ये सब बाहरी दोषारोपण भारत के विघटन की ओर ले जाता है। भारत के लिए गर्व करो, अपने जल को बचाओ।

  10. Anindita Tripathy
    Anindita Tripathy
    2 जुल॰, 2024 AT 03:05 पूर्वाह्न

    इस बारे में बहस करने के बजाय, अगर आपके घर में एक टैंकर है, तो उसका पानी आसपास के झुग्गी बस्तियों के लोगों के साथ शेयर करें। ये छोटा सा कदम बड़ा बदलाव ला सकता है। आपकी एक बूंद किसी के लिए जिंदगी हो सकती है।

  11. Ronak Samantray
    Ronak Samantray
    2 जुल॰, 2024 AT 11:21 पूर्वाह्न

    भूख हड़ताल? ये सब बैठकों के बाद बनाया गया शो है। असल में, जल बोर्ड में कोई नहीं आता। ये सब चिपके हुए बॉस बनाने के लिए है। और हाँ, ये टैंकर वाले भी सब के साथ साजिश कर रहे हैं। 🤫💧

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