राष्ट्रीय गणित दिवस की मज़ेदार जानकारी और सीखने के आसान तरीके

हर साल 22 दिसंबर को भारत में राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है। इस दिन को खास इसलिए बनाते हैं क्योंकि गणित हमारे रोज़मर्रा के जीवन में हर जगह है – खरीदारी, किचन, खेल‑खेल में। सरकार ने इस दिन को छात्रों, शिक्षकों और आम लोगों को गणित की महत्ता दिखाने के लिए चुना है। आप भी इस अवसर को अपनी या अपने बच्चे की सीख को मज़े के साथ बढ़ाने में इस्तेमाल कर सकते हैं।

राष्ट्रीय गणित दिवस क्यों है खास?

राष्ट्रीय गणित दिवस का उद्देश्य गणित को डरावनी चीज़ नहीं, बल्कि खेल‑खेल में सीखने वाला विषय बनाना है। स्कूलों में अक्सर गणित को कठिन बताकर बचपन से ही डर पैदा हो जाता है। इस दिन कई स्कूल, कॉलेज और संस्थान छूटे हुए गणित को हल्का‑फुल्का बना कर पढ़ाते हैं – क्विज़, पज़ल, रोबोट‑कोडिंग वर्कशॉप आदि। अगर आप घर पर किसी भी उम्र के बच्चों के साथ इस दिन को मनाना चाहते हैं, तो इसे छोटे‑छोटे खेलों में बदल दें।

घर पर आसान गणित अभ्यास

आपको महँगा कोर्स या जटिल किताबों की ज़रूरत नहीं। कुछ साधारण चीज़ें हैं जो रोज़ाना की बातचीत में गणित का उपयोग कर सकती हैं:

1. किचन गणित – मापने के कप, चम्मच से डिश बनाते समय व्यंजन को दो‑गुना या आधा करने की कोशिश करें।
2. शॉपिंग राउंड – मार्केट में कीमतों को जोड़‑घटाकर किस चीज़ पर अधिक बचत हो रही है, यह देखना।
3. टाइम‑ट्रैकिंग – घर के कामों को मिनट‑मिनट में लिखें और देखिए कौन‑सी चीज़ में कितना टाइम लगता है।

ऐसे छोटे‑छोटे अभ्यास बच्चों को गणित को रोज़मर्रा का हिस्सा महसूस कराते हैं, और इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है। अगर आप अपना हाथ आज़माना चाहते हैं, तो एक मिनट के लिए किचन में सब्ज़ी काटते समय कुल घनाहूँट (cubic inches) गिनें। यह सोचना भी मज़ेदार हो जाता है।

राष्ट्रीय गणित दिवस पर कई ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म मुफ्त क्विज़ और पज़ल भी देते हैं। आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर “गणित पज़ल 2025” खोज कर तुरंत शुरू कर सकते हैं। थोड़ा टाइम लगाएँ, लेकिन नियमित रूप से खेलने से दिमाग तेज़ होता है।

अंत में, इस दिन को यादगार बनाने के लिए एक छोटा फ़ोटो एलबम बनाएँ जहाँ हर पज़ल या गेम की तस्वीर हो। भविष्य में देखेंगे तो समझेंगे कि कैसे छोटे‑छोटे कदमों से गणित की धारी को थोड़ा‑थोड़ा करके कटा गया। तो, अगले 22 दिसंबर को बस एक पेंसिल, कागज़ और थोड़ी सी जिज्ञासा रखिए – यह राष्ट्रीय गणित दिवस को बनाता है खास और उपयोगी।

  • दिस॰ 22, 2024

राष्ट्रीय गणित दिवस 2024: श्रीनिवास रामानुजन की अमूल्य योगदन और इसके प्रभाव

राष्ट्रीय गणित दिवस का आयोजन हर साल 22 दिसंबर को महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के सम्मान में किया जाता है। रामानुजन के अनंत श्रेणी, संख्या सिद्धांत, और मॉडुलर रूपों में योगदान ने गणित के क्षेत्र में क्रांति ला दी। यह दिवस गणित के महत्व को प्रदर्शित करता है और देश के युवाओं को इस विषय में प्रोत्साहन देने का माध्यम है।

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