दिल्ली शराब नीति: क्या बदल रहा है और आपको क्या जानना चाहिए?

दिल्ली में शराब संबंधी नियम हर साल कुछ नया लेकर आते हैं। सरकार का मकसद सार्वजनिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाना और शराब से जुड़ी समस्या को कम करना है। लेकिन जब नियम बदलते हैं तो आम जनता और बार‑मालिक दोनों को थोड़ा झटका लग सकता है। आइए समझते हैं नई शराब नीति में क्या‑क्या बदलाव आए हैं और उनका असर कैसे पड़ेगा।

नए प्रतिबंध और बिक्री के घंटे

सबसे बड़ा परिवर्तन है शराब की बिक्री के समय और दिन पर लगाई गई रोक। पिछले साल से हर रविवार और सार्वजनिक छुट्टियों को शराब की बिक्री बंद रखी गई है। इसके अलावा, शाम 9 बजे के बाद सभी रेस्टोरेंट और बार में शराब सर्व करने की अनुमति नहीं है। यह नियम छोटे‑बड़े दोनों कारोबारियों को अपने काम का समय फिर से सोचने पर मजबूर कर रहा है।

लाइसेंस प्रक्रिया में बदलाव

पहले साल‑भर में लाइसेंस के लिये कई दस्तावेज़ जमा करने पड़ते थे, अब ऑनलाइन एप्प के जरिए सभी कार्य हो सकते हैं। लाइसेंस फीस भी दो साल में एक बार बढ़ा कर 15,000 रुपये कर दी गई है, जबकि पहले यह 10,000 रुपये ही था। नई प्रक्रिया में डिजिटल सिग्नेचर, अस्थायी प्रमाण पत्र और ऑनलाइन भुगतान शामिल है, जिससे क्यू में समय बर्बाद नहीं होता।

अगर आप नया बार खोल रहे हैं या मौजूदा लाइसेंस को अपडेट करना चाहते हैं, तो सबसे पहले दिल्ली शराब नीति पोर्टल पर रजिस्टर करें। वहाँ पर आपको फॉर्म भरने, KYC अपलोड करने और फीस जमा करने के चरण मिलेंगे। आवेदन के बाद 30 दिन में टैक्स अधिकारी आपके दस्तावेज़ की जांच करेगा और अनुमति देगा।

ध्यान रखें, लाइसेंस मिलने के बाद भी आपको महीने में दो बार नियमों की ताल‑माल देकर अपना रिकॉर्ड अपडेट रखना होगा। न करने पर भारी जुर्माना और लाइसेंस रद्दीकरण का खतरा रहता है।

अब बात करते हैं इस नीति के सामाजिक असर की। शराब पर प्रतिबंध से शराब‑सेवक ड्राइविंग के केस घटे हैं, पर साथ ही बेकरी‑बार के कारोबार में 20‑25% गिरावट देखी गई है। कई छोटे‑बिजनेस ने अब फूड‑कोर्स को बढ़ाया है, ताकि बिना शराब के भी ग्राहकों को आकर्षित किया जा सके।

यदि आप शराब‑प्रिय हैं, तो नई नीति के तहत घर पर शराब खरीदने के लिए केवल लाइसेंसधारी स्टोर से ही ले सकते हैं। यह स्टोर हर दिन दो घंटे के लिए ही खुलते हैं, इसलिए पहले से योजना बनाकर खरीदारी करनी चाहिए। ऑनलाइन डिलीवरी कैरियर अब शराब नहीं ले जा रहे हैं, इसलिए यह सुविधा नहीं मिलेगी।

अंत में, अगर आप नियमों से उलझे महसूस कर रहे हैं, तो स्थानीय वकील या लाइसेंस सलाहकार से संपर्क करें। अधिकांश मामलों में वे उचित दस्तावेज़ तैयार करने और प्रक्रिया को जल्दी पूरा करने में मदद कर सकते हैं। याद रखें, सही जानकारी और समय पर कार्रवाई ही आपको नुकसान से बचाएगी।

दिल्ली शराब नीति के ये मुख्य बिंदु हैं—समय‑समय पर अपडेट होते रहते हैं, इसलिए आधिकारिक पोर्टल या समाचार साइट्स पर नजर रखें। इससे आप या आपके व्यवसाय को बिना किसी अड़चन के चलाया जा सकेगा।

  • जुल॰ 8, 2024

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