खोजने के लिए एंटर दबाएँ या बंद करने के लिए ESC दबाएँ
अभी कुछ हफ्ते पहले चक्रवात फेंगल ने समुद्र के कई किनारे को हिला कर रख दिया। इतना ही नहीं, इसने भारत के दक्षिणी तट को भी अस्थिर कर दिया। अगर आप इस चक्रवात के बारे में जानना चाहते हैं, तो आप सही जगह पर हैं। हम बात करेंगे फेंगल का निर्माण, उसके ट्रैक, प्रभावित शहर और सबसे जरूरी – बचाव के उपाय।
फेंगल का जन्म एशिया के गर्म समुद्र में हुआ, जहाँ पानी का तापमान 28°C से ऊपर था। इस गर्म पानी ने हवा को तेज़ी से घुमाया और धीरे-धीरे एक सघन चक्रवाते में बदल दिया। फिर दो-तीन दिनों में फेंगल पश्चिम की दिशा में बढ़ा और ओडिशा, केरल और तमिलनाडु के तटों के पास पहुँच गया। विशेष तौर पर कोच्चि और त्रिवेंद्रम के बंदरगाह पर बरसाती हवाएँ तेज़ी से चलीं।
फेंगल के सबसे बड़े प्रभाव चार चीज़ों में दिखे – भारी बारिश, तेज़ हवाएँ, बाढ़ और समुद्री लहरें। कई गांवों में घर पानी के नीचे डूब गए, सड़कें जलमग्न हो गईं और बिजली कटौती हुई। सरकार ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया, लेकिन अभी भी कई इलाकों में राहत सामग्री नहीं पहुँची है। यदि आप प्रभावित क्षेत्र में हैं, तो स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों को फॉलो करें और सुरक्षित जगह पर रहें।
अब तक की रिपोर्ट के अनुसार, फेंगल की तीव्रता धीरे‑धीरे कम हो रही है, लेकिन बरसात का खतरा बरकरार है। इसलिए, अगले 48 घंटे में भी सतर्क रहना जरूरी है।
1. **सुरक्षित जगह चुनें** – अगर आप समुद्र किनारे रहते हैं तो उच्च जमीन या किसी दोहरी दीवार वाले घर में जाएँ। 2. **इमरजेंसी किट तैयार रखें** – पानी, टॉर्च, बैटरियां, कुछ भोजन और जरूरी दवाइयाँ हमेशा पास रखें। 3. **स्थानीय खबरें सुनें** – रेडियो या सरकारी एप्प से अपडेट लेते रहें, गलत सूचना से बचें। 4. **बिजली और गैस बंद करें** – पानी के असर से शॉर्ट-सर्किट या गैस लीक का जोखिम बढ़ता है, इसलिए मुख्य स्विच ऑफ कर दें। 5. **बच्चे और बुजुर्गों को संभालें** – उन्हें तनाव मुक्त रखें, साथ ही आवश्यक दवाईयाँ उनके पास रखें।
इन छोटे‑छोटे कदमों से आप और आपके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकती है। याद रखें, चक्रवात का असर अक्सर अचानक आता है, इसलिए तैयार रहना ही सबसे बड़ा बचाव है।
वेदर विभाग ने बताया कि फेंगल अब धीरे‑धीरे कमजोर हो रहा है, लेकिन बारिश के परसेंटेज़ अगले दो दिनों में 70‑80% रह सकते हैं। इसलिए, फेंगल के बाद भी बाढ़ की संभावना बनी रहती है। आपातकालीन मोबिलिटी के लिए तैयार रहें और जितना संभव हो, पानी के जमा होने वाले क्षेत्रों से दूर रहें।
अगर आप इस क्षेत्र में नहीं हैं लेकिन फेंगल की खबरों में दिलचस्पी रखते हैं, तो हमारे पोर्टल खेल परिणाम पर अपडेट प्राप्त कर सकते हैं। हम हर दिन सटीक मौसम और आपदा सूचना देते हैं, ताकि आप हमेशा तैयार रहें।
चक्रवात फेंगल, बंगाल की खाड़ी में गठित एक गहरा अवसाद, एक चक्रवाती तूफान बनने की संभावना है जो 29 नवंबर को तमिलनाडु के तट पर पहुंच सकता है। भारतीय मौसम विभाग ने चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और चेंगलपट्टु के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि नागापट्टिनम, मयिलादुथुरई, तिरुवरूर, कुड्डालोर और विल्लुपुरम के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।
और देखें