ब्रेस्ट कैंसर: समझें, पहचानें और बचें

ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसर है, लेकिन इसे जल्दी पहचानने और सही कदम उठाने से जीवन बचाया जा सकता है। अगर आप या आपके करीब कोई इस बीमारी के बारे में जानना चाहती है, तो नीचे बताए गए बिंदु पढ़ें।

ब्रेस्ट कैंसर के मुख्य कारण और जोखिम कारक

कैंसर का कारण अक्सर हमारे शरीर में कोशिकाएँ अनियंत्रित रूप से बढ़ना होता है। ब्रेस्ट कैंसर में यह प्रक्रिया स्तन के टिश्यू में शुरू होती है। कुछ प्रमुख जोखिम कारक हैं:

  • परिवार में ब्रेस्ट कैंसर या ऑवरी कैंसर का इतिहास
  • पहले से ही एस्ट्रोजन हार्मोन का अधिक स्तर (जैसे देर से मैनोपॉज़, गर्भधारण देर से)
  • अधिक वजन, मोटापा और शारीरिक व्यायाम की कमी
  • धूम्रपान और शराब का अधिक सेवन
  • हॉर्मोनल थैरेपी या कुछ दवाओं का लगातार उपयोग

इन कारणों को बदलना हमेशा संभव नहीं, पर जीवनशैली में छोटे‑छोटे बदलाव से जोखिम घटाया जा सकता है।

लक्षण और शुरुआती पहचान

कई महिलाएँ शुरुआती stage में कोई खास लक्षण नहीं महसूस करतीं, इसलिए नियमित self‑examination (स्वयं परीक्षण) और डॉक्टर की जांच जरूरी है। आम लक्षण हैं:

  • स्तन में नया गांठ या कठोर लम्प
  • स्तन या अण्डरआर्म में दर्द या असामान्य खिंचाव
  • स्तन की त्वचा में दाने, फटे या झुर्रियों जैसा दिखना
  • निप्पल से सीक्रेशन, खासकर अगर खून मिलकर आए
  • निप्पल की उलटना या आकार में बदलाव

इनमें से कोई भी संकेत मिले तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। समय पर अल्ट्रासाउंड या मैमोग्राम करने से बीमारी का stage पता चल जाता है और इलाज आसान रहता है।

अब बात करें बचाव की। सबसे असरदार तरीका है नियमित स्क्रीनिंग: 40 साल की उम्र के बाद हर साल मैमोग्राम करवाएँ, अगर परिवार में कैंसर का इतिहास हो तो 10 साल पहले से शुरू करें। साथ ही, मासिक खुद‑परीक्षण से छोटी‑छोटी बदलाव जल्दी पकड़े जा सकते हैं।

जीवनशैली में बदलाव भी मददगार हैं:

  • संतुलित आहार: फल, सब्जियाँ, फाइबर और कम वसा वाले प्रोटीन पर ध्यान दें।
  • वजन नियंत्रण: अधिक वजन हार्मोनल असंतुलन बढ़ा सकता है।
  • नियमित व्यायाम: सप्ताह में 150 मिनट मध्यम‑तीव्रता वाला व्यायाम रखें।
  • धूम्रपान छोड़ें और शराब सेवन कम करें।
  • जिन महिलाओं को हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी की जरूरत है, डॉक्टर की सलाह से ही लें।

अगर ब्रेस्ट कैंसर का पता चल जाता है, तो उपचार के विकल्प भी हैं—सर्जरी, रेडिएशन, कीमोथेरेपी, टारगेटेड थैरेपी आदि। आज के समय में रोग की स्टेजिंग अनुसार ही उपचार तय किया जाता है, इसलिए जल्दी पहचान ही सबसे बड़ी ताकत है।

संक्षेप में, ब्रेस्ट कैंसर डरावना शब्द लग सकता है, पर सही जानकारी, नियमित जांच और हेल्दी लाइफ़स्टाइल से हम इस बीमारी को बहुत हद तक रोक या देर से पकड़ सकते हैं। अपनी और अपने प्रियजनों की सेहत के लिए आज ही एक स्क्रीनिंग अपॉइंटमेंट बुक करें और साल में एक बार खुद‑परीक्षण ज़रूर करें।

  • जून 28, 2024

हीना खान ने स्टेज 3 ब्रेस्ट कैंसर का किया खुलासा: चेतावनी संकेत, निदान और उपचार के तरीके

हीना खान ने स्टेज 3 ब्रेस्ट कैंसर के बारे में खुलासा किया। Lovely Professional University की डॉ. मोनिका गुलाटी ने ब्रेस्ट कैंसर के संकेत और निदान के बारे में जानकारी दी। डॉ. सुरभि सिद्धार्था ने स्क्रीनिंग और उपचार के महत्व पर जोर दिया।

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