नारायण जगदेवसन ने 277 रन से बनाई इतिहास, रोहित शर्मा का लिस्ट‑ए रिकॉर्ड तोड़ा

नारायण जगदेवसन ने 277 रन से बनाई इतिहास, रोहित शर्मा का लिस्ट‑ए रिकॉर्ड तोड़ा

जब अधिकांश लोग CSK द्वारा रिलीज़ किए जाने वाले खिलाड़ी को भूलते हैं, तो नारायण जगदेवसन ने बस एक बैंड बाज़ा नहीं, बल्कि एक इतिहास रचा। 21 नवंबर 2022 को बेंगलूरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में विजय हजारे ट्रॉफी के मैच में उन्होंने 277 रन बनाकर लिस्ट‑ए में रोहित शर्मा के 264 रन के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। यह पारी सिर्फ एक स्कोर नहीं, बल्कि छोटे‑छोटे अवसरों को बड़ा बनाने की कला थी।

जगदेवसन की अभूतपूर्व पारी

भवन में मिर्ची वाली गर्मी थी, लेकिन गेंदबाजों के लिए बॉल को संभालना मुश्किल था। 141 गेंदों में उन्होंने 25 फोर और 15 छक्के मारकर 196.45 % की अत्यधिक स्ट्राइक‑रेट हासिल की। 114 गेंदों पर दो सौ बनाना उन्हें ट्रैविस हेड के साथ दूसरा सबसे तेज़ दोहरा शतक बना दिया। इस पारी ने न सिर्फ उनके नाम को लिस्ट‑ए की इंट्री में लिखवाया, बल्कि भारतीय क्रिकेट के भीतर नए मानक स्थापित किए।

आँखों में आँकड़े और अंतरराष्ट्रीय बुलावा

आँखों में आँकड़े और अंतरराष्ट्रीय बुलावा

IPL में केवल 13 मैचों में 162 रन ही बनाने के बाद भी उनका घरेलू आंकड़ा गहरी छाप छोड़ता है। अभी तक उनके प्रमुख आँकड़े इस प्रकार हैं:

  • लिस्ट‑ए: 2,728 रन, औसत 46.23, 9 शतकों और 9 अर्द्ध‑शतक
  • डोमेस्टिक T20: 1,475 रन, औसत 31.38, 10 अर्द्ध‑शतक
  • फर्स्ट‑क्लास: 3,373 रन, औसत 47.50, 10 शतकों और 14 अर्द्ध‑शतक
  • 2023 रंजी ट्रॉफी में 1,648 रन, औसत 68.67 के साथ टॉप परफॉर्मर
  • 2024 रंजी ट्रॉफी में 321 रन बनाकर तमिलनाडु के पहले‑क्लास सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ा

इन आँकों ने अंततः उन्हें जुलाई 2025 में भारतीय टेस्ट टीम में जगह दिलाई, जब रिषभ पंट की टॉ पर फ्रैक्चर के बाद उन्हें वैकल्पिक के रूप में चुना गया। यह चयन यह साबित करता है कि फ्रेंचाइज़ स्तर पर मिलने वाली अस्वीकृति को घरेलू स्थिरता और निरंतरता पार कर सकती है।

नारायण के पिता, सी.जे. नारायण, की शुरुआती प्रेरणा और 2016‑17 में तमिलनाडु के लिए शतकीय डेब्यू ने इस सफ़र के बीज बोए। ड्यूप ट्रॉफी में 197 रन की पारी और लगातार अंतर्राष्ट्रीय ध्यान को आकर्षित करने वाले प्रदर्शन ने उन्हें अंततः देश की राष्ट्रीय टीम में पहुंचाया। उनका सफ़र यह सिखाता है कि चुनौतियों के बाद भी अगर मेहनत से अपना काम किया जाए तो एक दिन मंच पर चमकना अनिवार्य है।p>